देहरादून 04 मई 2022,
दिल्ली: कुछ रक्षा पेंशनभोगियों को अप्रैल 2022 के महीने की पेंशन का भुगतान न करने के संबंध में मीडिया और सोशल मीडिया द्वारा मुद्दा बनाए जाने पर रक्षा मंत्रालय ने सभी संबंधित पेंशन धारकों की जानकारी के लिए स्पष्टीकरण जारी किया जा रहा है।
मासिक पेंशन की आय जारी रखने के लिए सभी पेंशनभोगियों को वार्षिक पहचान पूरी करनी होगी, जो आमतौर पर नवंबर 2021 के महीने में पेंशन वितरण एजेंसियों के रूप में कार्य करने वाले सभी बैंकों द्वारा की जाती है। कोविड की स्थिति के कारण, सरकार ने 30 नवंबर, 2021 तक वार्षिक पहचान पूरी करने की तय तारीख को 31 मार्च, 2022 तक बढ़ा दिया था।
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि एसपीएआरएसएच यानी स्पर्श 31 मार्च, 2022 तक विरासत प्रणाली से स्पर्श (01.01.2016 के बाद सेवानिवृत्त कर्मियों) में स्थानांतरित हुए 4.47 लाख पेंशनभोगियों सहित पांच लाख से अधिक पेंशनभोगियों को मासिक पेंशन का सफलतापूर्वक भुगतान कर दिया गया है।
हालांकि, अप्रैल 2022 के महीने के लिए पेंशन की प्रक्रिया के दौरान, यह पता चला कि लगभग 3.3 लाख पेंशनभोगियों की वार्षिक पहचान अद्यतन नहीं की गई थी। इसके बाद सभी पेंशन वितरण बैंकों को इस बारे में एक सूची भेजी गई और उनसे पेंशनभोगियों का अद्यतन पहचान डेटा, यदि कोई हो, साझा करने के लिए कहा गया। परिणामस्वरूप 25 अप्रैल, 2022 तक 2.65 लाख से अधिक पेंशनभोगियों की पहचान की स्थिति को स्पर्श पर अपडेट किया गया, जिससे इन सभी पेंशनभोगियों को पेंशन का भुगतान किया गया है।
हालांकि, 58,275 पेंशनभोगियों के लिए पहचान की पुष्टि बैंक नहीं कर सके हैं। और न ही पेंशन तैयार करने के मासिक समापन के समय तक उनकी पहचान सीधे स्पर्श पर प्राप्त हुई। इसलिए, इन पेंशनभोगियों को 30 अप्रैल, 2022 तक उनकी अप्रैल महीने की पेंशन का भुगतान नहीं किया गया। ऐसे पेंशनभोगियों की मुश्किलें दूर करने के लिए इन 58,275 पेंशनभोगियों को 25 मई, 2022 तक उनकी पहचान पूरी कराने के लिए एकमुश्त विशेष छूट दी गई है।
वार्षिक पहचान जीवन प्रमाण पत्र को अपडेट करने के लिए पेंशनभोगियों से अनुरोध है कि वे निकटतम सीएससी (https://findmycsc.nic.in/) से संपर्क करें और स्पर्श पीपीओ नंबर का उपयोग करके और स्पर्श पीसीडीए (पी) के रूप में पीडीए का चयन करके जीवन प्रमाण के माध्यम से अपनी वार्षिक पहचान को अपडेट करवाएं।
https://sparsh.defencepension.gov.in/ पर क्लिक किया जा सकता है।