गणतंत्र दिवस परेड: इस बार राजपथ पर नजर आएगी देवभूमि उत्तराखंड के डोबरा-चांठी पुल की झांकी
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में नई दिल्ली के राजपथ पर कुल 21 झांकियां, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 12, नौ मंत्रालयों की झांकियां दिखाई जाएंगी।
उत्तराखंड राज्य की झांकी ‘प्रगति की ओर बढ़ा उत्तराखंड’ थीम पर आधारित है। यह कनेक्टिविटी और धार्मिक स्थलों के क्षेत्र में प्रगतिशील विकास और परियोजनाओं से प्रेरित है।गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर होने वाली परेड में इस बार देवभूमि उत्तराखंड की झांकी नजर आएगी। जिसमें सिखों के प्रमुख तीर्थ हेमकुंड साहिब, टिहरी डैम, डोबरा चांठी पुल और भगवान बद्रीविशाल के मंदिर की भव्यता एवं दिव्यता को दर्शाया जाएगा।
नोडल अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक सूचना केएस चौहान के मुताबिक देवभूमि उत्तराखंड की झांकी में गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब को सबसे आगे। इसके बाद टिहरी बांध फिर डोबरा चांठी पुल और इसके बाद करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र भगवान बद्रीविशाल के मंदिर को दर्शाया जाएगा।
कुमाऊं सांस्कृतिक लोककला दर्पण लोहाघाट चंपावत के 16 लोगों का सांस्कृति दल झांकी के साथ चलता नजर आएगा। चौहान के मुताबिक राज्य गठन के बाद से अब तक 13 बार उत्तराखंड की झांकी का चयन हो चुका है।
नोडल अधिकारी केएस चौहान के मुताबिक राज्य गठन के बाद से अब तक 12 बार वर्ष 2003 में फूलदेई, 2005 में नंदा राजजात यात्रा, 2006 में फूलों की घाटी, 2007 में कार्बेट नेशनल पार्क, 2009 में साहसिक पर्यटन, 2010 में कुंभ मेला, 2014 में जड़ी बूटी, 2015 में केदारनाथ धाम पुनर्निमाण, 2018 में ग्रामीण पर्यटन, 2019 में अनासक्ति आश्रम कौसानी, 2021 में केदारनाथ धाम की झांकी नजर आई।
स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को शामिल करने के लिए सबसे पहले 24 जनवरी के बजाय 23 जनवरी से गणतंत्र दिवस समारोह शुरू किया गया।
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेताजी की 125वीं जयंती के मौके पर रविवार शाम करीब छह बजे दिल्ली के इंडिया गेट पर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोसकी होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण कर चुकेे हैं। सूत्रों के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह 30 जनवरी को समाप्त होगा, जिस दिन महात्मा गांधी की हत्या हुई थी।
