देहरादून 28 अक्टूबर 2021,
दिल्ली: भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बाद लगभग सबसे निचले स्तर पर जा चुके कोरोना के मामले पुनः बढ़ना शुरू हो गए हैं। कोविड के नए वेरिएंट ने सरकार के साथ-साथ वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की हल्की सी चिंता बढ़ा दी हैं, परंतु स्थित चिन्तनीय नहीं है।
देश के छह राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, जम्मू-कश्मीर और तेलंगाना में पहुंचे इस नए वेरिएंट की वजह से कोविड की तीसरी लहर की हल्की आशंका भी जताई जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अभी कोविड की स्थिति चिंतनीय नहीं है लेकिन सावधानी की आवश्यकता है ।
डेल्टा प्लस परिवार से जुडे़ इस वेरिएंट के भारत के छह राज्यों में सामने आने पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्र कहते हैं कि कोरोना का ग्राफ बीते दिनों कुछ हजार तक बढ़ता-घटता लगा रहा है। दो-चार हजार मामले बढ़ने या घटने से तीसरी लहर का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। लेकिन इसके नए वेरिएंट का सामने आना चिंता का विषय है। डॉ. मिश्र कहते हैं कि इसी तरह अभी भी कोविड के मामले पूरी तरह जीरो नहीं हुए हैं, सिर्फ कम हुए हैं. लिहाजा राज्य सरकारों को किसी भी मामले में ढील देने से पहले और लोगों को किसी भी प्रकार के सामाजिक समारोहों में शामिल होने से पहले सावधान करना होगा। नये वेरिएंट को लेकर भी जांच चल रही है, साथ ही अगर लोग सावधानी बरतते हैं तो इस वेरिएंट का असर कम भी हो सकता है। हालांकि आगामी 20 दिन काफी महत्वपूर्ण हैं। जैसा कि स्वास्थ्य से जुड़े लोगों का अनुमान है कि 15 नवंबर तक कोविड को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी।