देहरादून 22 नवंबर 2021,
सशक्त भू- कानून की मांग को लेकर भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा उत्तराखण्ड ने सड़को पर प्रदर्शन कर सशक्त भू- कानून बनाये जाने की मांग करी ।
उत्तराखण्ड आन्दोलनकारियों ने सड़को पर प्रदर्शन करते हुए घण्टाघर की परिक्रमा की एवं 02 मिनट का सांकेतिक जाम लगाया। इस बीच आन्दोलनकारियो ने घण्टाघर स्थित पर्वतीय गाँधी स्वo इण्द्रमणी बडोनी की प्रतिमा पर एकत्र होकर प्रतिमा के चारो ओर की सफाई की। प्रतिमा के निकट अस्वच्छता पर गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना ने रोष व्यक्त किया। आन्दोलनकारियों ने 2018 का भू कानून निरस्त करों ,हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून लागू करों लागू करों, उत्तराखण्ड सरकार होश में आओ होश में आओ के नारे लगाए।
सभा को संबोधित करते हुए निर्मला बिष्ट व जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि सरकार सर्वप्रथम 2018 में बनाए कानून को समाप्त कर आगामी गैरसैण सत्र में हिमाचल की तर्ज पर सशक्त कानून बनाकर लागू किया जाय।
उषा भट्ट व सुरेश नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र भू माफियों पर नियंत्रण करने हेतु 2018 के कानून के तहत खरीदी गई उधोग स्थापित करने के नाम पर जांच की जाय। प्रदीप कुकरेती व पदमा गुप्ता व रोशन धस्माना ने संयुक्त बयान में कहा कि इस राज्य कि परिकल्पना यहां की भूमि व जल जंगल जमीन लुटाने को नहीं बनाया। यदि सरकार तत्काल हिमाचल तर्ज पर सशक्त भू कानून नहीं लायेगी तो प्रदेश व्यापी आन्दोलन किया जायेगा।
प्रदर्शन में पूरण सिंह लिंगवाल, रणबीर सिंह चौधरी, भुवनेश्वरी कठेत, विशम्बर दत्त बोन्ठियाल, आनंदी रावत, सुशीला अमोली, विजया नैथानी, पूर्व राज्य मन्त्री धीरेन्द्र प्रताप , लूसून टोड्रिया ,शकुन्तला मुन्डेपी, सतेन्द्र नोगाई, विनोद असवाल, गौरव खंडूड़ी, पुष्कर बहुगुणा, प्रभात डण्डरियाल, शकुन्तला पोखरियाल, सुलोचना गुंसाई, हेमलता नेगी, भगवती सेमवाल, रामेश्वरी नेगी , मंगला देवी चौहान, गीता कुकशाल, कांति रावल, भागेस्वरी भट्ट, कमला रावत, गीता चौहान, सतेसश्वरी ढोन्डीयाल ,कमला सकलानी, दीपा देवी, लक्ष्मी सेमवाल, माहेश्वरी पंत, आदि उपस्थित थे।