December 21, 2025

प्रदेश में 23 माध्यमिक विद्यालय हो गए बंद, तीन हजार प्राथमिक बंदी की कगार पर

प्रदेश के 23 माध्यमिक विद्यालय छात्र संख्या शून्य होने एवं विद्यालय विलय किए जाने से बंद कर दिए गए हैं। वहीं तीन हजार प्राथमिक विद्यालय बंदी की कगार पर हैं। जिनमें छात्र-छात्राओं की संख्या 10 या फिर इससे भी कम रह गई है। यह हाल तब है जबकि विभाग का दस हजार करोड़ से अधिक का बजट है।

वहीं, विभागीय मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत गांव में बच्चे होने पर क्षेत्र के एक भी विद्यालयों को बंद न किए जाने का दावा कर रहे हैं। राज्य में पिछले तीन साल में जिन माध्यमिक विद्यालयों को बंद किया गया है, उनमें टिहरी, पौड़ी, ऊधमसिंह नगर, देहरादून, चमोली व नैनीताल जिले के विद्यालय शामिल हैं।

टिहरी जिले में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्वीली, पौड़ी जिले में राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सौडियाखाल एवं राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़कोट को छात्र संख्या शून्य होने की वजह से बंद किया गया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक विद्यालयों में घटती छात्र संख्या के चलते विद्यालयों को बंद किया गया है।

शिक्षा मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत का कहना है कि यदि गांव में बच्चे हैं तो सरकार एक भी स्कूल को बंद नहीं करेगी। एक हजार से अधिक छात्र संख्या वाले मात्र 11 इंटर कालेज: प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में छात्रों की घटती संख्या का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि राज्य में मात्र 11 इंटर कालेज हैं, जिनमें छात्र संख्या एक हजार से अधिक है। जबकि छात्र संख्या 500 से कम वाले 1108 इंटर कालेज हैं।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright2017©Spot Witness Times. Designed by MTC, 9084358715. All rights reserved. | Newsphere by AF themes.