दिल्ली, म्यांमार में शुक्रवार को भूकंप के शक्तिशाली झटके महसूस किए गए। अमेरिकी यूएसजीएस के अनुसार,दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग से 16 किलोमीटर उत्तर उत्तरपश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर था। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.6 मापी गई। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक, बंगलादेश , चीन में भी झटके महसूस किए गए जहां सैंकड़ो लोग इमारतों से बाहर निकल आए।
प्राप्त सूचना के अनुसार, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर को यह भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया, जिसका केंद्र म्यांमार दक्षिण पूर्व एशिया में शुक्रवार को दो भीषण भूकंप आए जिससे थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक और पड़ोसी म्यांमा में इमारतें हिल गईं तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
बैंकॉक में भूकंप आने से एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत ढह गई। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में एक बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार के बीच ढहती नजर आ रही है। थाईलैंड की प्रधानमंत्री पेटोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
इस भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमा में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में है। म्यांमा की राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों और मकानों को नुकसान पहुंचा है। ढाका और चटगांव सहित बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को 7.3 तीव्रता का भूकंप आया।
म्यांमार की सत्तारूढ़ जुंटा ने शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता के लिए एक अनुरोध किया। उन्होंने देश के छह क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति भी घोषित कर दी है। म्यांमार में भूकंप के कारण लगभग 20 लोगों की जान चली गई। नायपीडॉ के अस्पतालों में सैकड़ों घायल लोग आ रहे हैं, जहाँ आपातकालीन विभाग ढह गया। थाईलैंड में, बैंकॉक में एक इमारत गिरने से कम से कम तीन मजदूरों की मौत हो गई। 81 से ज़्यादा लोग मलबे में फंसे होने की संभावना है।
भारत, फ्रांस और यूरोपीय संघ सहित कई देशों ने सहायता की पेशकश की है।