November 1, 2025

इंडिया गठबंधन नहीं है घमंडिया गठबंधन है: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

देहरादून 10 अगस्त 2023,

दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर वक्तव्य देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की जनता ने हमारी सरकार के प्रति बार-बार जो विश्वास जताया है, उसके लिए नागरिकों का आभार व्यक्त करने आया हूं। हमारी सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है बल्कि उन्हीं का टेस्ट है। विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ है।आज मैं देख रहा हूं कि विपक्ष तय कर लिया है कि जनता के आशीर्वाद से एनडीए और भाजपा 2024 के चुनाव में पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़कर शानदार जीत के साथ वापस आएंगे।

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि ‘कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के लिए थे, उनके कल्याण, भविष्य के साथ जुड़े हुए थे। लेकिन विपक्ष को इसकी चिंता नहीं है… विपक्ष के आचरण, व्यवहार से सिद्ध हुआ है कि उनके लिए देश से महत्वपूर्ण दल है। देश से पहले प्राथमिकता दल की है। मैं समझता हूं कि गरीब की भूख की चिंता नहीं है, आपको सत्ता की भूख सवार है।

स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ करते हुए डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इससे तीन लाख लोगों की जान बची है। यूनिसेफ ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के कारण हर साल गरीबों के पचास हजार रुपये बच रहे हैं। आज भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आ रहा है।आज भारत का गरीब के दिल में अपने सपने पूरे करने का भरोसा पैदा हुआ है। आज देश में गरीबी तेजी से घट रही है। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच साल में साढ़े तेरह करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। आईएमएफ और डब्ल्यूएचओ ने भारत की तारीफ की है।

पूर्व में विपक्ष द्वारा एलआईसी और बैंक पर लगाए गए आरोपी का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि,इन्होंने जिसका बुरा चाहा उसका अच्छा हुआ है।इन लोगों ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर डूब जाएगा। बाहर के विद्वानों को लाते थे कि शायद उनकी बात मान ली जाए। जब इन लोगों ने बैंकों का बुरा चाहा तो बैंकों का अच्छा ही हुआ। ये लोग जो एनपीए का डेंट लगाकर गए थे, वह भी खत्म हो गया। दूसरा उदाहरण रक्षा के हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी एचएएल है। इन्होंने कहा कि एचएएस खत्म हो गया है। इतना ही नहीं जैसे आजकल खेतों में जाकर वीडियो शूट होता है वैसा ही एचएएच फैक्टरी के दरवाजे पर सभा कर मजदूरों का वीडियो शूट किया गया। लेकिन आज एचएएस सफलता की नई बुलंदियों को छू रहा है. एचएएल ने अपना सबसे ज्यादा रेवन्यू अचीव किया है। वहां के कर्मचारियों को उकसाने के बावजूद एचएएस देश की आन-बान और शान बनकर उभरा है। तीसरा उदाहरण एलआईसी है। इन्होंने कहा कि एलआईसी बर्बाद हो गई। गरीबों का पैसा डूब गया है, लेकिन आज एलआईसी लगातार मजबूत हो रही है। शेयर मार्केट में पैसा लगाने वालों के लिए सलाह है ये लोग जिसे गाली दें आप उस पर पैसा लगा दें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, कांग्रेस के पास न तो नीति है न ही नीयत है। यही कारण है कि कांग्रेस के शासन में देश कंगाल होने की स्थिति में था।अर्थव्यवस्था झूलती रहती थी, लेकिन 2014 के बाद भारत ने टॉप पांच में अपनी जगह बना ली। लेकिन ये कठोर परिश्रम से हुआ है. इसी की वजह से देश आज इस मुकाम पर पहुंचा है. ये प्लानिंग और परिश्रम बना रहेगा और इसका परिणाम ये होगा कि हम देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेंगे।

2028 में जब आप अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे तो देश पहले तीन में होगा. मोदी ने कहा कि ये लोग अविश्वास से भरे हुए हैं। जब शौचालयों की बात की तब सवाल उठाए. जब जन धन खाते खोलने की बात की तो सवाल उठाए. योग की बात की तो मखौल उठाया गया। स्टॉर्टअप की बात की तो भी सवाल उठाए. डिजिटल इंडिया की बात की तो मजाक उड़ाया, मेक इंडिया की बात की तो मजाक उड़ाया. कांग्रेस पार्टी और उनके दोस्तों का इतिहास रहा है कि उन्होंने भारत पर भारत की सामर्थ्य पर कभी भरोसा नहीं किया. ये विश्वास किस पर करते थे।पाकिस्तान सीमा पर हमले करता था, आए दिन आतंकवादी भेजता था और बाद में मुकर जाता था लेकिन इनको पाकिस्तान से प्रेम था ये उस पर विश्वास कर लेते थे।

कोरोना की महामारी में भारत के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन बनाई लेकिन इनको उस पर भी भरोसा नहीं था. विदेशों को भरोसा है, वहां के वैज्ञानिकों को भरोसा है, लेकिन इनको नहीं है।

कुछ दिन पहले बेंगलुरु में इन्होंने यूपीए का क्रियाकर्म किया और उसका अंतिम संस्कार किया है। लोकतंत्र के मुताबिक मुझे तभी सहानुभूति व्यक्ति करनी चाहिए थी, लेकिन देरी में मेरा कसूर नहीं है आप एक ओर यूपीए का क्रियाकर्म कर रहे थे और जश्न भी बना रहे थे. जश्न किस बात का खंडहर पर नया प्लास्टर लगाने का. आप जश्न बना रहे थे दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को इलेक्ट्रिक व्हीकल बता रहे थे। ये गठबंधन लेकर आप जनता के बीच जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये इंडिया गठबंधन नहीं है घमंडिया गठबंधन है। इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है। इस गठबंधन ने ये भी नहीं सोचा है कि किस राज्य में आप किसके साथ कहां पहुंचे हैं. बंगाल में विरोध लेकिन यहां साथ. अधीर बाबू 1991 पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव क्या व्यवहार हुआ था ये इतिहास में दर्ज है। पिछले साल वायनाड में जिन लोगों ने कांग्रेस के कार्यालय में तोड़फोड़ की उनके साथ दोस्ती कर बैठे. लेकिन आप जनता जनार्दन से पाप कैसे छिपा पाओगे। उन्होंने कहा कि अभी हालात ऐसे हैं इसलिए हाथों में हाथ, जहां हालात बदले फिर छुरियां भी निकलेंगी। घमंडिया गठबंधन परिवारवाद का प्रतीक है. परिवारवाद का नुकसान देश के सामान्य नागरिकों को उठाना पड़ता है। कांग्रेस को परिवारवाद पसंद है, दरबारवाद पसंद है. इन्होंने कइयों का हक मारा है. ये बाबा साहेब का मजाक उड़ाते थे् बाबू जगजीवन राम को प्रताड़ित किया। चौधरी चरण सिंह जैसे कितने नाम गिनाए जाएं. जो दरबारी नहीं थे उनके पोट्रेट लगाने में भी झिझक होती थी।

राहुल गांधी के बयान, लंका हनुमान ने नहीं जलाई रावण के अहंकार ने जलाई पर प्रधानमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि, लकां हनुमान ने नहीं जलाई उनके घमंड ने जलाई। जनता जनार्दन भी भगवान का रूप है. इसलिए 400 से 40 हो गए। देश की जनता आपको सोने नहीं देती है. 2024 में भी सोने नहीं देगी। कभी इनके जन्मदिन पर हवाई जहाज पर केक काटे जाते थे. आज उस हवाई जहाज पर वैक्सीन जाता है। कभी ड्राइक्लीन के लिए कपड़े हवाई जहाज से जाते थे। आज हवाई चप्पल वाला गरीब हवाई जहाज में उड़ रहा है। नौसेना के जहाज मौज-मस्ती के लिए मंगवा लेते थे। आज दूर देश में फंसे लोगों को निकालने के काम ये आ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में शायराना अंदाज दिखाते हुए गीत की पंक्ति कही, डूबने वाले को तिनके का सहारा ही बहुत, दिल बहल जाए फकत इतना इशारा बहुत। इतने पर भी आस्मांवाला गिरा दे बिजलियां, कोई बतला दे भला ये डूबता क्या करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्षों से एक ही फेल प्रोडक्ट को बार-बार लांच करने की कोशिश कर रही है.उनका लॉन्चिंग फेल होता है, नफरत जनता से करते हैं। लेकिन पीआर वाले कहते हैं मोहब्बत की दुकान, लेकिन हम कहते हैं कि ये है नफरत की दुकान है, लूट की दुकान, भ्रष्टाचार है, परिवारवाद है, इस दुकान ने इमर्जेंसी बेची है, बंटवारा बेचा है, सिखों पर अत्याचार बेचा है। शर्म करो तुमने सेना का स्वाभिमान बेचा है।

प्रधानमंत्री ने विपक्ष को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि, इनकी नई दुकान पर भी ताला लग जाएगा. जनता इनको सुधार देगी. चुनाव जीतने के लिए अनाप सनाप वादों के कारण जनता पर बोझ डाले जा रहे हैं. घमंडिया गठबंधन की आर्थिक नीतियों को देखते हुए देशवासियों को सत्य समझाना चाहता हूं. ये इकॉनामी को डुबाने की गारंटी हैं. ये अस्थिरता की गारंटी हैं, ये करप्सन की गारंटी हैं. ये परिवारवाद की गारंटी हैं. ये बेरोजगारी की गारंटी हैं. ये आतंक और हिंसा की गारंटी हैं. ये भारत को दो शताब्दी पीछे पहुंचने की गारंटी हैं.

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान राहुल गांधी समेत कई सांसदों ने वॉकआउट किया। इस पर मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में जिनका भरोसा नहीं होता वह सुनाने के लिए तो तैयार होते हैं लेकिन सुनने का धैर्य नहीं होता. अपशब्द कहते हैं भाग जाते हैं।

आखिर में मणिपुर हिंसा पर फोकस कर प्रधानमंत्री ने कहा, मणिपुर हिंसा का सब लोग मिलकर समाधान निकालेंगे। देश मणिपुर के साथ है। फिर से शांति बहाल होगी। मणिपुर में अदालत का फैसला आया अब उसके पक्ष-विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए और यह अपराध अक्षम है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। जिस तरह से प्रयास चल रहे हैं, करीबी भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा। ‘मैं मणिपुर के लोगों, माता, भाइयों, बहनों से कहना चाहूंगा कि देश आपके साथ है। यह सदन आपके साथ है। हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। मणिपुर विकास की राह पर आगे बढ़ेगा।

 

 

 

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright2017©Spot Witness Times. Designed by MTC, 9084358715. All rights reserved. | Newsphere by AF themes.