जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी ने लाखों संतों को दीक्षा दी, तथा दुनिया मे संस्कृति के संवाहक बने:लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला।
 
        उत्तराखंड, जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के आचार्य पीठ पर पदस्थापन के 25 वर्ष पूर्ण होने एवं श्री दत्त जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला शामिल हुए। यह आध्यात्मिक महोत्सव हरिद्वार के कनखल स्थित श्री हरिहर आश्रम में आयोजित किया गया।
आध्यात्मिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि, जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने तप, तपस्या तथा आध्यात्मिक मूल्यों का संरक्षण करते हुए लाखों संतों को दीक्षा दी तथा देश व दुनिया में वे संस्कृति के संवाहक बने।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजा अपना काम ठीक से करें, इसकी समीक्षा करने का अधिकार साधु-संतों को ही है। जब कोई संत बनता है तो वह सबसे पहले अहम को त्यागते हुए वयम् को अपनाता है तथा वह जो भी कार्य करता है चराचर जगत के लिए करता है तथा पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संतों को नमन कर कहा कि यह उत्सव आध्यात्मिक जागरण के क्षेत्र में नई पीढ़ी का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम एक नये कलेवर में निखर रहा है, केदारनाथ रोपवे तथा हेमकुण्ड रोपवे का कार्य प्रगति पर है, मानसखण्ड में सभी मंदिरों के सर्किट बनाने का कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्यहित के लिए नकल विरोधी कानून, धर्मान्तरण के लिये 10 साल की सख्त सजा का प्रावधान के साथ ही सरकारी नौकरियों में मातृशक्ति को 30 प्रतिशत का क्षैेतिज आरक्षण प्रदान किया है।
मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजा अपना काम ठीक से करें, इसकी समीक्षा करने का अधिकार साधु-संतों को ही है। जब कोई संत बनता है तो वह सबसे पहले अहम को त्यागते हुए वयम् को अपनाता है तथा वह जो भी कार्य करता है चराचर जगत के लिए करता है तथा पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है।

 
                         
                 
                 
                 
                 
                