कोलकाता, प्रिंसिपल संदीप घोष सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल बनने से पहले कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल रह चुके हैं। इसके साथ ही वो सर्जन और ऑर्थोपेडिक्स भी हैं। उन पर न सिर्फ हत्या को आत्महत्या में बदलने की कोशिश का आरोप है। बल्कि उन्होंने पीड़िता का नाम और पहचान भी उजागर की है।
इसके अलावा उनके बारे में तब और चर्चा शुरू हो गई जब पता चला कि उनके तृणमूल कांग्रेस से संबंध हैं। इसीलिए उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है। जून 2023 में कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज में वाइस प्रिंसिपल के पद पर रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे थे। इसके बाद उनका तबादला मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में कर दिया गया था। लेकिन 48 घंटे के अंदर ही उन्हें उनके पिछले पद पर बहाल कर दिया गया था। इसके बाद सितंबर 2023 में रैगिंग से जुड़ी एक घटना के बाद उनका तबादला आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर कर दिया गया था।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रमुख संदीप घोष से डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की जांच के दौरान लगातार पूछताछ की जा रहा है. सीबीआई पिछले तीन दिनों से आधी रात तक संदीप घोष से सवाल जवाब कर रही है.
*आज एक बार फिर से उन्हें पूछताथ के लिए बुलाया गया है।
*वो सवाल जो सीबीआई ने पिछले तीन दिनों में उनसे पूछे हैं:
*इस मौत को आत्महत्या घोषित करने की इतनी जल्दी क्यों थी,
*आप खुद एक डॉक्टर हैं. क्या आपने नहीं सोचा कि घटना स्थल को सेफ रखना महत्वपूर्ण है?
*परिवार को किसके कहने पर जानकारी दी गई और वो तथ्यहीन क्यों थी?
*आप इस बात से अच्छी तरह वाकिफ होंगे कि घटना स्थल पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करना एक अपराध है । इसके बावजूद आपने इसे जांच पूरी होने तक सुरक्षित क्यों नहीं रखा?
*डॉक्टर के परिवार को कई घंटे बाद सूचना क्यों दी गई?
उसके परिवार को शव दिखाने में देरी क्यों हुई?
*अस्पताल में सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं?
*आपने घटना के तुरंत बाद इस्तीफा क्यों दिया? इसके पीछे क्या कारण है?
*अधिकारियों का मानना है कि पूर्व प्रिंसिपल ने अभी तक इन सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।
*घटना के दो दिन बाद इस्तीफा देने वाले डॉ घोष से डॉक्टर का शव मिलने के तुरंत बाद उठाए गए कदमों और सेमिनार हॉल के पास के कमरों के अचानक नवीनीकरण के बारे में भी पूछा गया है, जहां डॉक्टर का शव मिला था।
सीबीआई उनके कॉल रिकॉर्ड और चैट की भी जांच कर रही है. उन्हें 9 अगस्त को हुई घटना से पहले और बाद में अपने फोन कॉल का विवरण देने के लिए भी कहा गया है. वे सर्विस प्रोवाइडर से उनके कॉल और डेटा खपत का विवरण हासिल करने की भी कोशिश कर रहे हैं.
बलात्कार और हत्या की घटना के बाद से पूरे देश में गुस्सा है. डॉक्टरों ने इमरजेंसी को छोड़कर सभी सेवाओं को ठप कर दिया है और न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं