दिल्ली , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (27 अक्टूबर) को पूरे देश से 115 वीं बार मन की बात कर रहे हैं। मन की बात में प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात में आत्मनिर्भर भारत से लेकर, देश के महानायकों का स्मरण और डिजिटल अरेस्ट तक की कई बातों का जिक्र किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में हर युग में नई चुनौती आई है, लेकिन हमने उसे पार पाया है।
भारत में हर युग में कुछ चुनौतियाँ आई और हर युग में ऐसे असाधारण भारतवासी जन्मे, जिन्होंने इन चुनौतियों का सामना किया । आज की ‘मन की बात’ में, मैं, साहस और दूरदृष्टि रखने वाले ऐसे ही दो महानायकों की चर्चा करूंगा । इनकी 150वीं जन्म जयंती को देश ने मनाने का निश्चय किया है । 31 अक्टूबर से सरदार पटेल का 150वीं जन्म जयंती का वर्ष शुरू होगा । इसके बाद 15 नवम्बर से भगवान बिरसा मुंडा का 150वाँ जन्मजयंती वर्ष शुरू होगा । इन दोनों महापुरुष ने अलग-अलग चुनौतियाँ देखी, लेकिन, दोनों का विजन एक था ‘देश की एकता’ ।
बीते वर्षों में देश ने ऐसे महान नायक-नायिकाओं की जन्म जयंतियों को नई ऊर्जा से मनाकर, नई पीढ़ी को, नई प्रेरणा दी है । आपको याद होगा, जब हमने महात्मा गांधी जी की 150वीं जन्म जयंती मनाई थी तो कितना कुछ खास हुआ था। न्यूयॉर्क के टाइम स्क्वायर से अफ्रीका के छोटे से गाँव तक, विश्व के लोगों ने भारत के सत्य और अहिंसा के संदेश को समझा, उसे फिर से जाना, उसे जिया । नौजवानों से बुजुर्गों तक, भारतीयों से विदेशियों तक, हर किसी ने गांधी जी के उपदेशों को नए संदर्भ में समझा, नई वैश्विक परिस्थितियों में उन्हें जाना । जब हमने स्वामी विवेकानंद जी की 150वीं जन्म जयंती मनाई तो देश के नौजवानों ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक शक्ति को नई परिभाषाओं में समझा । इन योजनाओं ने हमें ये एहसास दिलाया कि हमारे महापुरुष अतीत में खो नहीं जाते, बल्कि, उनका जीवन हमारे वर्तमान को भविष्य का रास्ता दिखाता है ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, डिजिटल अरेस्ट एक फरेब है, आपको हमेशा ये याद रखना चाहिए कि कोई भी एजेंसी फोन पर पूछताछ नहीं करती है। श्री मोदी ने भारत के उभरते एनिमेशन क्षेत्र की तारीफ की है। उन्होंने कहा, भारत एनिमेशन क्षेत्र में क्रांति कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत को लेकर कहा कि आत्मनिर्भरता हमारी पॉलिसी ही नहीं, हमारा पैशन बन गया है। श्री मोदी ने दिवाली पर लोगों से लोकल सामन खरीदने की अपील की है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”एनिमेशन की दुनिया में ‘मेड इन इंडिया’ और ‘मेड बाइ इंडियंस ‘छाया हुआ है। आपको ये जानकर खुशी होगी कि आज भारत के टैलेंट, विदेशी प्रोडक्शन का भी अहम हिस्सा बन रहे हैं। अभी वाली स्पाइडर-मेन हो या ट्रांसफॉर्मर्स, इन दिनों मूवीज, में हरिनारायण राजीव के योगदान को लोगों ने खूब सराहा है।”
श्री मोदी ने कहा, ” एनिमेशन सेक्टर आज एक ऐसी इंडस्ट्री का रूप ले चुका है, जो दूसरी इंडस्ट्री को ताकत दे रहा है, जैसे इन दिनों इन दिनों VR टूरिज्म बहुत फेमस हो रहा है। आप वर्चुअल टूर के माध्यम से अजंता की गुफाओं को देख सकते हैं, कोणार्क मंदिर के कॉरिडोर में टहल सकते हैं, या फिर, वाराणसी के घाटों का आनंद ले सकते हैं या फिर, वाराणसी के घाटों का आनंद ले सकते हैं। ये सभी वीआर एनिमेशन भारत के क्रिएटर्स ने तैयार किए हैं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”डिजिटल अरेस्ट के शिकार होने वालों में हर वर्ग, हर उम्र के लोग हैं। लोगों ने डर की वजह से अपनी मेहनत से कमाए हुए लाखों रुपए गवां दिए हैं। कभी भी आपको इस तरह का कोई कॉल आए तो आपको डरना नहीं है। आप को पता होना चाहिए कोई भी जांच एजेंसी, फोन कॉल, या वीडियो कॉल पर इस तरह पूछताछ कभी भी नहीं करती। उन्होंने कहा, ”मैं आपको डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण बताता हूं। ये तीन चरण हैं – ‘रुको सोचो-एक्शन लो’। कॉल आते ही, ‘रुको’ घबराएं नहीं, शांत रहें, जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं, किसी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें, संभव हो तो स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग जरूर करें। दूसरा चरण है ‘सोचो’- कोई भी सरकारी एजेंसी फोन पर ऐसे धमकी नहीं देती, न ही वीडियो कॉल पर पूछताछ करती है, न ही ऐसे पैसे की मांग करती है अगर डर लगे तो समझिए कुछ गड़बड़ है। तीसरा चरण – ‘एक्शन लो’। राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 डायल करें, http://cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें, परिवार और पुलिस को सूचित करें, सबूत सुरक्षित रखें।
मन की बात के समापन पर श्री मोदी ने कहा, ये त्योहारों का समय है । ‘मन की बात’ के श्रोताओं को धनतेरस, दीवाली, छठ पूजा, गुरु नानक जयंती और सभी पर्वों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं । आप सभी पूरे उत्साह के साथ त्योहार मनाएं – Vocal for Local का मंत्र याद रखें, कोशिश करें कि त्योहारों के दौरान आपके घर में स्थानीय दुकानदारों से खरीदा गया सामान जरूर आए । एक बार फिर, आप सभी को, आने वाले पर्वों की बहुत बहुत बधाई ।