न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और अन्य मांगों को लेकर सभी किसान संगठन 10 जनवरी को केंद्र सरकार के खिलाफ देश व्यापी प्रदर्शन
 
        04 जनवरी 2025,
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और अन्य मांगों को लेकर सभी किसान संगठन 10 जनवरी को केंद्र सरकार के खिलाफ देश व्यापी प्रदर्शन करेंगे। किसान संगठनों की पंजाब के खन्नौरी बॉर्डर पर शनिवार को महापंचायत हुई। जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने 10 जनवरी को पूरे भारत में केंद्र सरकार की कृषि नीति के खिलाफ प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
खन्नौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने महा पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि, ये लड़ाई मेरी व्यक्तिगत नहीं है। ये देश के सभी किसानों की लड़ाई है। मुझे पुलिस उठाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन हरियाणा-पंजाब से सैकड़ों नौजवान किसान खन्नौरी बॉर्डर पर पहुंच गए। मुझे विश्वास है कि हम लड़ाई जीतेंगे। ये कठिन काम है, लेकिन किसी काम को कठिन देखकर हम आराम से नहीं बैठ सकते हैं। हमारे लाखों किसानों ने सुसाइड किया है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि सुप्रीम कोर्ट की कमेटी की रिपोर्ट है। हम किसान नेता हैं, हम लोगों ने ऐसा कुछ नहीं किया कि किसानों का सुसाइड रुक सकें। सुसाइड करने वाले किसानों के बच्चे के लिए हमें शहादत दे देनी चाहिए। जब हम दिल्ली से आंदोलन खत्म करके वापस आए थे तो दूसरे राज्यों के लोगों ने हमें उलाहना दिया कि पंजाब के संगठन वापस जा रहे हैं।
डल्लेवाल ने दूसरे राज्यों के किसानों से अपने राज्यों में आंदोलन तेज करने का आग्रह किया। एमएसपी सबको चाहिए। आप सब अपने-अपने गांवों से एक-एक ट्राली खन्नौरी बॉर्डर पर जरूर भेजें ताकि पुलिस आंदोलन को खत्म ना कर सके। बीच में डल्लेवाल की तबीयत भी बिगड़ गई जिसके बाद भाषण को जल्दी खत्म करा दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर कमेटी की शुक्रवार को किसान संगठनों की बीच बैठक होनी थी। लेकिन किसानों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। जिसके बाद हाई पावर कमेटी ने किसान संगठनों को आज के फिर से बातचीत का न्योता दिया है। किसानों का कहना है कि कमेटी ने अपना फैसला सुप्रीम कोर्ट को पहले ही बता दिया है।

 
                         
                 
                 
                 
                 
                