देहरादून में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मानसून की तैयारियों की समीक्षा की। अधिकारियों ने नदी – नालों को चैनलाइज करने सड़कों की मरम्मत करने और जलभराव वाले क्षेत्रों का समाधान निकालने के निर्देश दिए। अस्पतालों में पर्याप्त दवाएं और स्कूलों में सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके।
मानसून को लेकर आपदा प्रबंधन की तैयारियों ने भी जोर पकड़ लिया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विनय रूहेला ने चारधाम यात्रा व आगामी मानसून सत्र को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक ली।
जिसमें विभिन्न विभागों की मानसून पूर्व तैयारियों की जानकारी लेते हुए सभी आवश्यक कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। नदी-नालों को चैनलाइज करने व अस्पतालों में पर्याप्त दवा व संसाधन उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए।
शुक्रवार को देहरादून स्थित वन मुख्यालय के मंथन सभागार में आयोजित बैठक में उपाध्यक्ष रूहेला ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आपदा राहत और बचाव कार्यों में सभी विभागों को टीम भावना और सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य करना होगा। सिंचाई विभाग को बरसात से पहले नदियों, नहरों और नालों को चैनलाइज करने के निर्देश दिए गए।
नालों और नालियों की समुचित सफाई कराने के निर्देश
एनएच, पीएमजीएसवाई और लोक निर्माण विभाग को सड़कों की मरम्मत, गड्ढामुक्ति, नालियों की सफाई और सड़क किनारे मलबे के निस्तारण के निर्देश दिए गए। साथ ही मानसून के दौरान आवश्यक मशीनरी एवं कार्मिकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया। नगर निगम, नगर पालिका और स्मार्ट सिटी को शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों का स्थायी समाधान निकालने और नालों और नालियों की समुचित सफाई कराने के निर्देश मिले।
आइएसबीटी सीमाद्वार सहित अन्य चिहि्नत स्थलों पर नालियों के निर्माण एवं क्षतिग्रस्त नालियों की मरम्मत पर भी जोर दिया गया। जल संस्थान को पेयजल संकट न होने देने और खुले मेनहोल्स को बंद करने के निर्देश दिए गए। ट्रैफिक पुलिस को बरसात के दौरान सुचारु यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने के साथ ही प्रमुख चौराहों पर ड्यूटी निर्धारण करने को कहा गया।