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अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस: देश के 58 टाइगर रिजर्व में लगाए जाएंगे 1.16 लाख पौधे - Separato Spot Witness Times
राष्ट्रीय समाचार

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस: देश के 58 टाइगर रिजर्व में लगाए जाएंगे 1.16 लाख पौधे

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर देश के 58 टाइगर रिजर्व में 1.16 लाख पौधे लगाए जाएंगे। एनटीसीए ने हर रिजर्व में दो हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। देसी पौधे बाघों के आवास को बेहतर बनाने और शिकार के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में मदद करेंगे। कार्यक्रम की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी।

29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस है। देशभर के 58 टाइगर रिजर्व के जंगलों में बाघों के लिए अनुकूल माहौल बनाने को इस दिन 1.16 लाख पौधे लगाए जाएंगे।

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ( एनटीसीए) की ओर से सभी टाइगर रिजर्व निदेशकों को इस संबंध में गाइडलाइन जारी की गई है। पौधे देसी होंगे। पौधारोपण के कार्यों की टाइगर रिजर्व में आनलाइन मानिटरिंग भी की जाएगी। हर टाइगर रिजर्व में दो-दो हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है।

पेड़ लगाने के इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की थीम ‘एक पेड़ मां के नाम’ से भी जोड़ा जाएगा। देसी प्रजाति के पौधे लगाने के पीछे एनटीसीए का मकसद बाघों का संरक्षण है। क्योंकि देसी पौधे बाघों के आवास को बेहतर बनाने के साथ ही भोजन व आश्रय प्रदान करते हैं।

शिकार के लिए भी उपयुक्त वातावरण तैयार होता है। देसी पौधों से बाघों के स्वास्थ्य और पूरे पारिस्थतिकीय तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। रामनगर के कार्बेट टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में दो हजार पौधे लगवाने के लिए निदेशक डा. साकेत बडोला ने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया है। इसके अलावा इसी दिन प्लास्टिक उन्मूलन कार्यक्रम भी चलाया जाएगा।

देसी प्रजातियों में ये पौधे शामिल
रामनगर: देसी प्रजाति के पौधे वे होते हैं जो किसी विशेष भौगोलिक क्षेत्र में बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के प्राकृतिक रूप से विकसित होते हैं। देसी पौधे स्थानीय पारिस्थतिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनमें प्रमुख रूप से नीम, आम, बरगद, पीपल, अशोक, जामुन, तुलसी, केला, चंदन, शीशम, इमली, बबूल, खैर, आम, अर्जुन आदि पौधे शामिल हैं।

 

इस तरह होगी आनलाइन मानीटरिंग
कार्बेट टाइगर रिजर्व रामनगर के निदेशक डा. साकेत बडोला के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर सुबह केंद्रीय वन मंत्री पौधारोपण के कार्यक्रम को आनलाइन मोड पर शुरू करेंगे। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से प्रत्येक टाइगर रिजर्व निदेशक को एक लिंक मिलेगा।

उस लिंक से जुड़कर सभी टाइगर रिजर्व निदेशक अपने यहां धरातल पर किए जा रहे पौधारोपण के कार्यक्रम को लाइव दिखाएंगे और उसके बारे में जानकारी देंगे। कार्बेट टाइगर रिजर्व में 12 रेंज हैं। इन सभी रेंजों में पौधारोपण के लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है।

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