Dehradun, 19 September 2025,
जिलाधिकारी सविन बंसल सरकारी अमले के साथ सरकार के प्रथम रिस्पांडर के रूप में जनपद के सबसे दुर्गम आपदाग्रस्त क्षेत्र फुलेत गांव 12 किमी पैदल चलकर पहुंचे।
फुलेत गांव जिला मुख्यालय से लगभग 52 किमी दूर स्थित है। जिला मुख्यालय से छमरौली गांव का लगभग 40 किमी तक का रास्ता दुर्गम है। तथा छमरोली से लगभग 12 किमी पैदल चलकर फुलेत गांव पहुंचा जा सकता है। प्रशासन अभी तक फुलेत गांव में हेली सेवा के माध्यम से आपदा प्रभावितों को राहत सामग्री पहुंचा रहा था।
जिलाधिकारी संविल बसंल ने यहां प्रभावित परिवारों की समस्याएं सुनी और हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिया। आपदा से हुए नुकसान का भी जायजा लिया। उन्होंने
भूमि कटाव, फसल क्षति, भवन क्षति, पशु हांनि आंकलन एवं मुआवजे के लिए तहसीलदार, ब्लॉक प्रभारी कृषि, एडीओ उद्यान, जेई लोनिवि को अंतिम व्यक्ति को मुआवजा वितरण तक मौके पर ही रहने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को भवनो को हुई क्षति की टेक्निकल रिपोर्ट आज ही प्रस्तुत करने, आपदा में मृतक एवं लापता लेबर का समुचित विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश पीएमजीएसवाई को दिए। फुलेत गांव में मलबे से ब्लॉक खाले एंव पैदल रास्ते खोलने और मौके पर ही धन की स्वीकृति करने के पीएमजीएसवाई का निर्देश दिया।
विद्यालयों से संबंधित समस्याओं के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी को क्षेत्र का दौरा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई और लोनिवि कोई क्षतिग्रस्त मालदेवता-सेरकी सिल्ला-छमरौली फूलेत मोटर मार्ग पर दोनो तरफ से जेसीबी और पाकलैंड मशीन लगाते हुए सडक को जल्द से जल्द सुचारु करने के निर्देश दिए। श्रेत्रवासियो ने बताया कि फूलेत में 4, सिमयारी मे एक ओर छमरौली में 02 घर क्षतिग्रस्त हुए। जिलाधिकारी ने ब्लाक के आपदा क्षेत्र में रहते हुए दो दिनो के भीतर सभी क्षतिग्रस्त रास्तो का आंगणन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि क्षतिग्रस्त रास्तो को ठीक कराने के लिए आपदा से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। फूलेत और छिमरौली में राशन की समस्या पर जिलाधिकाफुलेत गांवरी ने आस्वस्त किया कि दोनों गांव के लिए हैली या खच्चर से जैसे भी होगा गांव की सस्ता गल्ला दुकानो तक एक दो दिन में राशन पहुंचाया जाएगा।