अगर फौज का सिपाही नहीं होता तो विधायक-मंत्री भी नहीं होता : गणेश जोशी
        उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान कृषि, ग्राम्य विकास एवं सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने राज्य निर्माण में मातृशक्ति और आंदोलकारियों के योगदान को नमन किया। मंत्री जोशी ने अपनी सेना पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा कि अनुशासन, समर्पण और देशभक्ति के साथ वह जनसेवा कर रहे हैं।
उन्होंने सैनिक कल्याण विभाग की 25 वर्षों में हुई प्रगति साझा की: बजट ₹4.26 करोड़ से बढ़कर ₹80.50 करोड़ हुआ, पूर्व सैनिकों और आश्रितों की संख्या 1,36,000 से बढ़कर 1,92,000 हुई, सैनिक विश्राम गृहों की संख्या 18 से 36 हुई। परमवीर चक्र विजेताओं को मिलने वाला अनुदान ₹2 लाख से ₹1.50 करोड़ और शहीद सैनिकों के आश्रितों के लिए अनुदान ₹10 लाख से ₹50 लाख कर दिया गया।
कृषि और ग्रामीण विकास पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि “सशक्त किसान, सशक्त उत्तराखंड” सरकार का मूल मंत्र है। पिछले 25 वर्षों में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य पालन और सहकारिता विभागों के माध्यम से किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं।
