सतपाल महाराज ने विधानसभा में उत्तराखंड की 25 वर्षों की विकास यात्रा पेश की
        उत्तराखंड की रजत जयंती के अवसर पर विधानसभा के विशेष सत्र में प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने राज्य निर्माण के बाद 25 वर्षों में हुई विकास यात्रा और आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
मंत्री महाराज ने राज्य गठन की पृष्ठभूमि बताते हुए शहीद आंदोलनकारियों और मातृशक्ति को नमन किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, ग्रामीण निर्माण, पर्यटन, संस्कृति, सिंचाई, नागरिक उड्डयन, सूचना प्रौद्योगिकी, पेयजल और ऊर्जा विभागों की उपलब्धियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
उनके अनुसार, राज्य में सड़कों का नेटवर्क 15,470 किलोमीटर से बढ़कर 43,765 किलोमीटर हुआ, चारधाम और अन्य धार्मिक सर्किटों के लिए सड़क निर्माण एवं चौड़ीकरण हुआ, और ग्रामीण मोटर मार्गों का निर्माण कर दूरस्थ क्षेत्रों को मुख्य मार्गों से जोड़ा गया। पर्यटन में पिछले तीन वर्षों में 23 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, और चारधाम यात्रा में 50 लाख तीर्थयात्रियों ने भाग लिया।
सिंचाई विभाग में जमरानी और सौग बांध परियोजनाएं, लघु सिंचाई में सोलर पंप सेट, जलागम विभाग में 6,000 जल स्रोतों का चिन्हांकन और उपचार, नागरिक उड्डयन एवं हेलीपोर्ट निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और पेयजल विभागों के कामकाज का भी उल्लेख किया गया।
मंत्री महाराज ने कहा कि राज्य के लिए धामी सरकार द्वारा प्रस्तुत 1,01,175.33 करोड़ रुपये के बजट का उद्देश्य आर्थिक स्थिरता और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। उन्होंने 24,659 करोड़ की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना को भी प्रदेश की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया, जिससे पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
