देहरादून 2 अक्टूबर 2021,
रामपुर किराया कांड की 27 वी बरसी पर उत्तराखंड वासियों द्वारा पृथक उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले आंदोलनकारी शहीदों का भावपूर्ण स्मरण कर , उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करी ।
उत्तराखंड आंदोलनकारियों के मन में पीड़ा है कि राज्य निर्माण के 20 वर्ष के बाद भी शहीदों के सपने अपूर्ण हैं। उनका सपना था की राज्य निर्माण के बाद उत्तराखंड की राजधानी गैरसेंण में होगी में होगी, रोजगार के लिए पलायन कर अन्य क्षेत्रों में नहीं जाना होगा, पहाड़ के दूरस्थ स्थानों में बेहतर शिक्षा व चिकित्सा व्यवस्था होगी, रोजगार के साधन पहाड़ में ही उपलब्ध हो जाएंगे। जल जंगल वह जमीन पर उनका अधिकार होगा।
उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद जितनी भी सरकारें आई उन्होंने इस दिशा में कार्य किए हैं परंतु धीमी गति से कार्य होने पर राज्य का चहुमुखी विकास राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं के अनुरूप नहीं हो सका।
रामपुर तिराहा कांड के मुकदमे वर्तमान में मुजफ्फरनगर और लखनऊ न्यायालय में विचाराधीन है। आंदोलनकारी शहीदों के परिजनों को विश्वास है कि, उनको न्याय अवश्य मिलेगा।