Uttrakhand, 09 August 2025,
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद उत्तरकाशी के धराली गांव में हुई आपदा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास और राहत के लिए दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर आपदा प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री श्री सिंह धामी ने धराली रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में बताते हुए कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने की थी। खराब मौसम के बावजूद अब तक 1 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है। जिसमें स्थानीय लोगों के साथ देश भर से आए तीर्थयात्री भी शामिल हैं। घायलों को जिला अस्पताल एवं एम्स में भर्ती किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्राम धराली, तहसील भटवाड़ी, जनपद उत्तरकाशी में आपदा से जिन लोगों के मकान पूर्णतः क्षतिग्रस्त या नष्ट हुए हैं, उनके पुनर्वास/विस्थापन हेतु ₹5 लाख की तत्काल सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, आपदा में मृतकों के परिजनों को भी ₹5 लाख की सहायता राशि दी जाएगी, ताकि उन्हें इस कठिन समय में आर्थिक सहारा मिल सके।
मुख्यमंत्री ने आपदा से प्रभावित ग्राम वासियों के पुनर्वास, समग्र पुनरुद्धार एवं स्थायी आजीविका के सुदृढ़ीकरण के लिए एक तीन सदस्यीय समिति के गठन की भी घोषणा की है। यह समिति सचिव, राजस्व की अध्यक्षता में गठित की गई है, जो एक सप्ताह के भीतर अपनी प्राथमिक रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करेगी। यह समिति धराली गांव के भविष्य के लिए दीर्घकालिक एवं प्रभावी नीति का खाका तैयार करेगी, जिससे स्थानीय समुदाय की सुरक्षा और आजीविका सुनिश्चित की जा सके।
वहीं उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि हर्षिल में रुके लोगों को निकालने के लिए आज शनिवार सुबह से ही यूकाडा तथा सेना के हेलीकॉप्टरों का रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है। सुबह 11 बजे तक हर्षिल से कुल 95 लोगों को मातली तथा 107 लोगों को चिन्यालीसौड़ लाया गया है। जिला प्रशासन द्वारा लोगों को मातली तथा चिन्यालीसौड़ से उनके गंतव्य के लिए रवाना किए जाने के भी प्रबंध किए गए हैं।
उत्तराखण्ड पुलिस , एसडीआरएफ द्वारा धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र में अत्याधुनिक उपकरणों जैसे विक्टम लोकेटिंग कैमरा, थर्मल इमेजिंग कैमरा, और डॉग स्क्वाड टीम के साथ मलबे से क्षतिग्रस्त भवनों में गहन खोजबीन कर मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है।
इस दौरान राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन श्री आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी श्री राजकुमार नेगी तथा संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबेदुल्लाह अंसारी एवं यूएसडीएमए के विशेषज्ञ मौजूद हैं।