दिल्ली, श्री लंका में संपन्न हुए चुनाव में राष्ट्रपति का चुनाव जीतने वाले अनुरा कुमारा दिसानायके ने कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय में आयोजित एक समारोह में शपथ ले ली है। इसके साथ ही, दिसानायके श्रीलंका के 10वें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने रानिल विक्रमसिंघे का स्थान लिया है, जो मतगणना के दूसरे राउंड में पहुंचने में नाकाम रहे थे।
दिसानायके ने श्री लंका के मुख्य न्यायाधीश जयंता जयसूर्या के सामने अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया था। उनकी जीत को श्रीलंका के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। श्रीलंका चुनाव आयोग की आधिकारिक गणना के मुताबिक, दिसानायके की जीत उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी साजिथ प्रेमदासा पर लगभग 10 प्रतिशत अंकों के महत्वपूर्ण अंतर से हुई है।
मार्क्सवादी विचारधारा वाली जनता विमुक्ति पेरेमुना पार्टी सहित नेशनल पीपुल्स पावर गठबंधन का नेतृत्व करने वाले अनुरा कुमारा दिसानायके ज्यादा राज्य नियंत्रण, कम टैक्स और सीमित बाजार खुलेपन के प्रबल समर्थक रहे हैं। 2022 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान उनकी नेतृत्वकारी भूमिका, जिसे सिंहली में ‘अरागालय’ या संघर्ष के रूप में जाना जाता है।
दिसानायके ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ विवादास्पद 2.9 बिलियन डॉलर के बेलआउट समझौते पर फिर से बातचीत करने की मंशा जताई है, लेकिन इसे खत्म करने की बात नहीं की है। हालांकि, उन्होंने दवाओं की महंगाई और खाद्य संकट को कम करने के लिए जल्द कदम उठाने की बात कही है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने समर्थकों के प्रति आभार जताते हुए दिसानायके ने कहा, कि “सदियों से हमने जो सपना देखा है, वह आखिरकार सच हो रहा है। यह उपलब्धि किसी एक व्यक्ति के काम का नतीजा नहीं है, बल्कि आप जैसे लाखों लोगों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। आपकी प्रतिबद्धता ने हमें यहां तक पहुंचाया है, और इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। यह जीत हम सभी की है।
Anura Kumara Dissanayake became the President of Sri Lanka. He replaced Ranil Wickremesinghe.