21 जनवरी 2025, छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ कुल्हाड़ीघाट के भालुडिग्गी की पहाड़ियों में पिछले करीब 40 घंटे से जारी है। गरियाबंद में सोमवार को हुई मुठभेड़ में 20 नक्सली मारे गए हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि, नक्सली अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी कर रहे हैं। 60 से अधिक नक्सलियों के घेरे जाने की खबर है।छत्तीसगढ़ और ओडिशा के 1000 से अधिक जवान अभियान में जुटे हैं।
सोमवार शाम को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ मैनपुर थाना क्षेत्र में कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इसी दौरान नक्सलियों के शव मिले। कुछ की पहचान होना बाकी है। मारे गए नक्सलियों में सेंट्रल कमेटी का सदस्य मनोज और स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य गुड्डू भी शामिल हैं। मनोज ओडिशा राज्य प्रमुख भी था।
इसी तरह 1 करोड़ का इनामी नक्सली केंद्रीय कमेटी मेंबर जयराम उर्फ चलपती भी मारा गया है। मरने वालों में महिला नक्सली भी शामिल हैं। अन्य नक्सलियों की पहचान की जा रही है। सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से एसएलआर राइफल और ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, सर्च ऑपरेशन पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी। मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन के लिए E30,कोबरा 207, सीआरपीएफ 65 एवं 211 बटालियन, एसओजी नुआपाड़ा की संयुक्त पार्टी रवाना हुई थी। सुरक्षाबलों ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमाओं पर संयुक्त ऑपरेशन के तहत यह कार्रवाई की है। इसमें 10 टीमों ने भाग लिया है।क्षसोमवार सुबह आठ बजे से शुरू हुए ऑपरेशन में तीन टीम ओडिशा पुलिस, दो टीम छत्तीसगढ़ पुलिस और पांच सीआरपीएफ की शामिल थीं। दोपहर साढ़े तीन बजे के आसपास कोबरा बटालियन और एसओजी टीमों के साथ नक्सलियों का फिर से सामना हुआ। ऑपरेशन देर शाम तक चलता रहा। ड्रोन की मदद से नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी, जिससे सुरक्षा बलों को उनके मूवमेंट का अनुमान लगाने में मदद मिली।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट साझा की है। इसमें उन्होंने लिखा कि, नक्सलवाद को एक और करारा झटका। नक्सल मुक्त भारत बनाने की दिशा में हमारे सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। ओडिशा -छत्तीसगढ़ सीमा पर सीआरपीएफ, एसओजी ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने संयुक्त अभियान में नक्सलियों को ढेर कर दिया। नक्सल मुक्त भारत के हमारे संकल्प और हमारे सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से आज नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है।