प्रयागराज, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित किया।
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान में 10% लोगों की सिस्टम में भागीदारी है। यानी 90% लोगों की सिस्टम में कोई भागीदारी नहीं है, फिर भी हम कहते हैं कि देश सुपर पॉवर बन जाएगा। इसलिए हमने जातिगत जनगणना की बात उठाई है, ताकि लोगों को उनकी भागीदारी मिल सके। राहुल गांधी ने हाल ही में संपन्न हुए 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों का हवाला देते हुए कहा कि देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को संविधान की ताकत दिखा दी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश का संविधान हमारा स्वाभिमान है। समानता, सम्मान और अधिकारों का रक्षक है। दुनिया की कोई ताकत इसे मिटा नहीं सकती। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना मेरे लिए राजनीति नहीं, ये मेरा मिशन है।राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में जिसकी जितनी आबादी है उसके हिसाब से पॉलिसी बनाई जानी चाहिए। यदि लोगों की आबादी के हिसाब से नीतियां नहीं बनाई जाती हैं तो जरूरतमंदों को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा और पॉलिसी बनाने का कोई मतलब नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि देश की 70 फीसदी आबादी के हिसाब से नीतियां नहीं बनाई जा रही हैं। केंद्र सरकार की नीतियां सिर्फ चुनिंदा पूजीपतियों और तीस फीसदी लोगों के लिए है। अधिकांश आबादी को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। संविधान यह कहता है कि सभी नागरिक एक समान हैं और सभी को बराबर अधिकार मिलना चाहिए।
Caste census is not politics for me, it is my mission: Rahul Gandhi.