नंदानगर क्षेत्र में आई आपदा में मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। इससे पहले कुंतरी में सात शव बरामद हुए थे। जबकि ममता देवी और गुमान सिंह लापता थे। ममता देवी का शव बरामद हो गया। वहीं गुमान सिंह अभी भी लापता चल रहे हैं
आपदा में लापता धुर्मा गांव की ममता देवी (38) का शव मंगलवार देर शाम को नंदाकिनी व मोक्ष गदेरे के संगम के पास मिल गया।
नंदानगर क्षेत्र में 17 व 18 सितंबर की मध्य रात्रि को बादल फटने से आई आपदा में धुर्मा गांव में दो लोग लापता हो गए थे। तब से लगातार ग्रामीण व बचावकर्मी दोनों की तलाश में जुटे रहे। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा था। मंगलवार देर शाम को जाखणी के राजेंद्र सिंह कठैत ने सेरा के पास मोक्ष गदेरे और नंदाकिनी नदी के संगम पर लकड़ियों के बीच शव देखा। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो शव भारी भरकम लकड़ियों के बीच फंसा था।
मौके पर कटर मशीन मंगाई गई, मशीन से लकड़ियां काटने के बाद शव निकालने के बाद परिजनों से शिनाख्त कराई गई। परिजनों ने शव की शिनाख्त ममता देवी के रूप में की। जहां पर शव बरामद हुआ वहां धुर्मा से नदी क्षेत्र की दूरी करीब तीन किमी है। यहां से नंदाकिनी नदी शुरू हो जाती है। बुधवार सुबह ममता देवी का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गुमान सिंह की तलाश जारी
धुर्मा में लापता दूसरे व्यक्ति गुमान सिंह की तलाश अभी भी जारी है। बचावकर्मी व ग्रामीण लगातार तलाश में जुटे हैं। संभावित स्थानों पर मलबे को हटाया जा रहा है। गांव के प्रधान पुष्पेंद्र रावत ने बताया कि गुमान सिंह की तलाश लगातार जारी है।
मंगलवार को गांव में पहुंची मशीन
आपदा में सेरा-धुर्मा मोटर मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। कहीं पर सड़क पूरी वॉशआउट हो गई है तो कहीं भारी भरकम बोल्डर आए हैं। ऐसे में प्रशासन ने गांव तक मशीन पहुंचाने के लिए कई जगह पर साइड कटिंग करके वैकल्पिक सड़क तैयार की, जिसके बाद मंगलवार शाम को मशीन धुर्मा गांव तक पहुंच गई।
आठ हुई मरने वालों की संख्या
नंदानगर क्षेत्र में आई आपदा में मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। इससे पहले कुंतरी में सात शव बरामद हुए थे। जबकि ममता देवी और गुमान सिंह लापता थे। मंगलवार को ममता देवी का शव बरामद हो गया। जिसके बाद मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। वहीं गुमान सिंह अभी भी लापता चल रहे हैं।