चार दिवसीय छठ पर्व के अंतिम दिन छठी मैया के भक्तों द्वारा आज प्रातः उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व का आज समापन हो गया। बिहार सहित देश के कुछ राज्यों में छठ पूजा के लिए नदियों और तालाबों के किनारे बने घाटों पर व्रती महिलाओं, उनके परिवार के सदस्यों ने उदयगामी सूर्य की पूजा की और चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व का पारण किया।
सूर्य नारायण के उदय के साथ ही व्रतियों ने घुटने भर पानी में उतरकर उन्हें अर्घ्य समर्पित किया और इसके साथ ही अपने 36 घंटे के निर्जला व्रत का समापन किया। चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर को नहाय-खाय के साथ हुई थी।उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देने वाली व्रतियों ने नाक से लेकर माथे तक सिंदूर लगाया और भगवान भास्कर से अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना की।