दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े सीबीआई के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका और जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुनाते हुए कड़ी शर्तो के साथ जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जवल भुइयां की पीठ ने सीबीआई की गिरफ्तारी को नियमों के तहत बताया।
सुप्रीम कोर्ट की किन शर्तों पर मिली मुख्यमंत्री केजरीवाल को जमानत:
*दोनों जज ने 10-10 लाख मुचलके पर
*दोनों जजों की सर्वसम्मति से फैसला।
*80 दिन से सीबीआई की हिरासत में थे केजरीवाल।
*मुकदमें में सहयोग करें केजरीवाल।
* प्रवर्तन निदेशालय के बाद सीबीआई मामले में भी मिली जमानत।
*मुख्यमंत्री केजरीवाल दफ्तर नहीं जाएंगे।
*केस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।
*जांच में सहयोग करेंगे।
जस्टिस सूर्यकांत ने टिप्पणी करते हुए कहा,अगर कोई व्यक्ति पहले से हिरासत में है। जांच के सिलसिले में उसे दोबारा अरेस्ट करना गलत नहीं है। सीबीआई द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी को सही बताया। याचिकाकर्ता की गिरफ्तारी अवैध नहीं है। सीबीआई ने नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किया है। उन्हें जांच की जरूरत थी। इसलिए इस केस में अरेस्टिंग हुई।
जस्टिस उज्जवल भुइयां ने कहा, सीबीआई की गिरफ्तारी जवाब से ज्यादा सवाल खड़े करती है। जैसे ही प्रवर्तन निदेशालय केस में उन्हें जमानत मिलती है। सीबीआई एक्टिव हो जाती है। ऐसे में अरेस्टिंग के समय पर सवाल खड़े होते हैं। सीबीआई को निष्पक्ष दिखना चाहिए। जांच एजेंसी को पिंजरे में बंद तोते की धारणा को दूर करना चाहिए।
शराब नीति केस में प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। जेल में बंद रहते ही 26 जून को सीबीआई ने उन्हें जेल से हिरासत में लिया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 13 सितंबर को शाम करीब 6.15 बजे तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। वे करीब 176 दिनों से न्यायिक हिरासत में थे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल से बाहर आकर कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया।
आप सांसद राघव चड्ढा ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को जमानत पर रिहा करने सेएक्स पर पोस्ट किया “अरविंद केजरीवाल का स्वागत है, हमें आपकी याद आई! सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं!
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, ने कहा, “आज एक बार फिर झूठ और साजिशों के खिलाफ लड़ाई में सत्य की जीत हुई है। मैं एक बार फिर बाबा साहेब अंबेडकर की दूरदर्शिता और दूरदर्शिता को नमन करता हूं, जिन्होंने 75 साल पहले आम आदमी को किसी भी भावी तानाशाह के खिलाफ मजबूती से खड़े होने का अधिकार दिया था।”
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने फैसले की सराहना की और कहा कि सत्य को पराजित नहीं किया जा सकता। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “सत्यमेव जयते..सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं किया जा सकता।”
आप के राज्यसभा सांसद और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह आप के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है
Chief Minister Arvind Kejriwal gets bail on strict conditions: Released from Tihar Jail.