दिल्ली दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही कई मंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं। वहीं इन मुलाकातों के बाद अब यह माना जा रहा है कि जल्द ही राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्वों का बंटवारा हो जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक मंत्री बनने का ख्वाब देखने वाले कई विधायकों के अरमानों के पंख लगने शुरू हो गए हैं उधर सूत्रों के मुताबिक दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। यह माना जा रहा है कि जल्द मंत्रिमंडल विस्तार और दायित्व को हरी झंडी मिल जाएगी।
फिलहाल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक धामी मंत्रिमंडल में वर्तमान में 4 पद खाली हैं जिसमें विभिन्न ना हो नामों की चर्चा हो रही है उनमें स्पीकर रितु खंडूरी भूषण और बंशीधर भगत, खजान दास, आदेश चौहान, विनोद कंडारी और बिशन सिंह चुफाल उमेश के नाम की चर्चाएं हो रही हैं। हालांकि सभी जानते हैं कि बीजेपी सरप्राइस देती रही है।
सूत्रों की मानें तो दिल्ली में सीएम धामी ने हाईकमान के सामने मंत्रियों की परर्फोमेंस और खाली पड़ी चार सीटों को लेकर भी चर्चा की है। हालांकि ये तय माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल के नए स्वरुप में लोकसभा चुनाव की छाप दिखनी तय है।
सीएम धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात कर मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर भी चर्चा की। इस बीच धामी मंत्रिमंडल में शामिल कुछ मंत्रियों की छुट्टी होने और नए युवा चेहरों पर दांव खेलने की चर्चा तेज हो गई है। धामी सरकार में 7 कैबिनेट मंत्री हैं। जिनमें सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा शामिल हैं। वर्तमान में लोकसभा चुनाव को देखते हुए क्षेत्रीय समीकरण और जातीय समीकरणों को साधने की चुनौती भी है।मीडिया रिपोर्ट्स और भाजपा सूत्रों की मानें तो 3 मंत्री अपनी परफोर्मेंस और हाईकमान की रिपोर्ट में फिलहाल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।