दिल्ली , राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते समय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिर्जुन खड़गे ने बीजेपी सांसद नीरज शेखर पर गंभीर टिप्पणी कर दी। जिससे राज्य सभा में भारी हंगामा हो गया। राज्यसभा के सभापित के हस्तक्षेप के बाद मामला हुआ।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिर्जुन खड़गे ने अपने संबोधन में कहा कि बीजेपी की सरकार बनी तो ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा दिया गया। इसके बाद इसमें फिर चार शब्द जुड़ गए। इसके बाद वो नारा ‘सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास सबका प्रयास’ हो गया। खड़गे ने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही है. 2013 में जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो कहते थे कि रुपया अस्पताल में है लेकिन उस वक्त डॉलर के मुकाबले रुपये 60 रुपया करीब था। मनमोहन सिंह जी के जमाने में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.8 थी. बीजेपी के कार्यकाल में यह आंकड़ा 5.4 पर आकर गिर गया है। इस बीच बीजेपी सांसद नीरज शेखर टिप्पणी करने लगे। इस पर खड़गे ने कहा, ‘तेरे बाप का भी मैं साथी रहा….उसको लेकर भी मैं घूमता था..चुप बैठ। इसके बाद सदन में भारी हंगामा मच गया। राज्यसभा के सभापित जगदीप धनखड़ के हस्तक्षेप के बाद मामला को शांत कराया गया।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच एक मुद्दे पर तीखी बहस देखने को मिली। खड़गे ने प्रयागराज के महाकुंभ में 1000 लोगों की मौत का आंकड़ा सदन में पेश किया, जिस पर सभापति ने आपत्ति जताते हुए कहा, ‘आप क्या कह रहे हैं मल्लिकार्जुन जी, क्या आपने सोचा है कि इससे कितने लोगों को ठेस पहुंचेगी?’ इसके जवाब में खड़गे ने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि सरकार को वास्तविक मृतकों की संख्या सार्वजनिक करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं गलत हूं तो माफी मांग लूंगा, लेकिन पहले सच सामने आना चाहिए। इस पर सभापति धनखड़ नाराज हो गए और बोले, ‘आप क्या कह रहे हैं, इससे देश और दुनिया में क्या संदेश जाएगा?’ इस दौरान सदन में काफी हंगामा हुआ और दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।