45 साल पहले आये चक्रवात टायफून की तरह का यूरीकेन मिल्टन मेक्सिको की खाड़ी में उठा तूफान 10 अक्टूबर को अमेरिका के फ्लोरिडा और टैम्पा स्टेट से टकराया। कैटेगरी 5 लेवल के इस तूफान ने फ्लोरिडा में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। फ्लोरिडा के कई शहरों में तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश कहर बरपाया है। जिसमें 16 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 50 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है।
जानकारी मिली है कि, 3 दिन तबाही मचाने के बाद यह तूफान अटलांटिक महासागर में चला गया है, लेकिन मौसम विज्ञानियों के अनुसार, यह तूफान 45 साल पुराना एक रिकॉर्ड तोड़ सकता है। बता दें कि, 45 साल पहले 1979 में भी ऐसा ही एक तूफान टिप आया था। प्रशांत महासागर में उठे इस तूफान को दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा तूफान कहा जाता है और इसने जापान में भीषण तबाही मचाई थी। 86 लोग मारे गए थे, लेकिन इन दोनों तूफानों से घातक तूफान भोला चक्रवात, जिसने बांग्लादेश में लगभग 5 लाख लोगों की जान ले ली थी।
मिल्टन तूफान
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, मैक्सिको की खाड़ी से फ्लोरिडा से टकराया मिल्टन तूफान उष्ण कटिबंधीय तूफान था, 5 अक्टूबर को पश्चिमी कैरेबियन सागर में कैंपेचे की खाड़ी में उठा था। पूर्व की ओर बढ़ते हुए 7 अक्टूबर को एक तूफान बन गया। 180 मील प्रति घंटे की तीव्र हवाओं के साथ यह मैक्सिको की खड़ी में पहुंचकर कैटेगरी-5 का तूफान बन गया। इसका दबाव 897 मिलीबार था, जो इसे रिकॉर्ड लेवल पर अटलांटिक महासागर का 5वां सबसे तेज तूफान बनाता है।
फ्लोरिडा से टकराने के बाद उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने पर हवा के बढ़ते दबाव के कारण मिल्टन तूफान कमजोर पड़ गया। 9 अक्टूबर को सिएस्टा के पास कैटेगरी-3 का मिल्टन तूफान तट से टकराया। सिएस्टा के बाद फ्लोरिडा में तबाही मचाने के बाद मिल्टन तेजी से कमजोर हुआ और 10 अक्टूबर की रात को अटलांटिक महासागर में पहुंच गया। 12 अक्टूबर को पूरी तरह शांत होने से पहले मिल्टन तूफान बरमूडा द्वीप के पास से गुजरा।
Cyclone Eurican Milton of Florida, USA