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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन: पार्थिव शरीर रांची अंतिम दर्शन के लिए रांची गया है। उनका अंतिम संस्कार 5 अगस्त को पैतृक गांव नेमरा में होगा - Separato Spot Witness Times
राष्ट्रीय समाचार

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन: पार्थिव शरीर रांची अंतिम दर्शन के लिए रांची गया है। उनका अंतिम संस्कार 5 अगस्त को पैतृक गांव नेमरा में होगा

Delhi, 04 August 2025,

झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का आज सोमवार सुबह निधन हो गया। उनका लंबे समय से अस्पताल में नियमित इलाज चल रहा था। उन्हें 24 जून को दिल्ली स्थित सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट में एडमिट थे। उन्हें किडनी से संबंधित समस्या थी। उन्होंने सर गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली है। पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर झारखंड में 4 अगस्त से 6 अगस्त तक 3 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। 4 और 5 अगस्त को झारखंड के सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर रांची लाया गया, जहाँ उसे अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। उनका अंतिम संस्कार 5 अगस्त को रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में पैतृक घर में होगा।

उनके निधन पर शोक जताते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके बेटे हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर पिता के निधन की जानकारी देते हुए पोस्ट किया, ‘आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं. आज मैं शून्य हो गया हूं। हेमंत सोरेन ने कहा, “बाबा अमर रहेंगे”।

‌झारखंड राज्य बनाने के आंदोलन में अग्रणी रहे शिबू सोरेन को गुरुजी के नाम से जाना जाता है। वह 3 बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। हालांकि वह एक बार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। 1980 में वह पहली बार दुमका से सांसद बने।इसके बाद साल 1986, 1989, 1991 और 1996 में लगातार जीत हासिल की। हालांकि 1998 के चुनाव में उन्हें बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से शिकस्त का सामना करना पड़ा। बाद 2004, 2009 और 2014 में भी वह दुमका सीट से विजयी रहे। वह 8 बार लोकसभा सांसद रहे। इसके अलावा शिबू केंद्र की नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री भी बने। इस समय वह राज्यसभा के सांसद थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका निधन सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है

*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा, शिबू सोरेन एक जमीनी नेता थे, जिन्होंने जनता के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में ऊंचाइयों को छुआ। वे आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों के सशक्तिकरण के लिए खासतौर से समर्पित थे। उनके निधन से दुःख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। उन्होंने दिवंगत शिबू सोरेन के पुत्र झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और संवेदना व्यक्त करते हुए सांत्वना दी।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सर गंगाराम अस्पताल पहुंचकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्रीने शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी ने कहा कि, गुरुजी ने अपना संपूर्ण जीवन आदिवासी न्याय और जनसेवा के लिए समर्पित कर दिया। इतिहास उनका सदैव ऋणी रहेगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सोरेन के निधन पर कहा, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के वरिष्ठतम नेताओं में से एक शिबू सोरेन झारखंड के उन कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे जिन्होंने समाज के कमजोर वर्गों विशेषरूप से जनजातीय समाज के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण के लिए आजीवन संघर्ष किया। उनके निधन से मुझे बहुत दुःख हुआ है। उनके परिवार एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनायें।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने पटना में मीडिया से कहा, “शिबू सोरेन का देहावसान हो गया है. वह दलित और आदिवासियों के महान नेता थे. उनसे काफी घनिष्ट संबंध था. बहुत अफसोस है. ईश्वर आत्मा को शांति दे।

झारखंड के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता रघुबर दास ने कहा, दिशोम गुरु का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। वह मेरे पितातुल्य रहे हैं। सदैव उनका सानिध्य मुझे मिला।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , असम के मुख्यमंत्री पी एम खांडू सहित देश भर के नेताओं ने दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।

 

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