गगनयान” के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) का आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफल प्रक्षेपण।
 
        श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने “गगनयान” के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपण किया। “गगनयान” मिशन का पहला टेस्ट मिशन टीवी-डी-1 का प्रक्षेपण सफल रहा। उम्मीद के अनुरूप आज “गगनयान” क्रू मॉड्यूल (सीएम) के एक प्रारंभिक डिप्रेसुराइज्ड संस्करण को एकल इंजन रॉकेट के साथ लगभग 17 किलोमीटर की ऊंचाई तक ले जाया गया और इसके बाद अंतिम रूप से नीचे उतरने के लिए पैराशूट का उपयोग किया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा, “मुझे गगनयान टीवी-डी1 मिशन की सफलता की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है।”
इसरो के अधिकारियों ने बताया है कि, इसरो ने भविष्य में मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है और आज भेजी जाने वाले मानव रहित उड़ान इसी तैयारी का हिस्सा है। गगनयान मिशन के जरिये परीक्षण यान चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया का प्रदर्शन करेगा। प्रक्षेपण के 10 से 15 मिनट पहले बंगाल की खाड़ी में सुरक्षित लैंडिंग का परीक्षण किया जाएगा।
टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 को लॉन्च करने का समय सुबह 8 बजे निर्धारित किया गया था। प्रतिकूल मौसम और खराब दृश्यता के कारण लिफ्टऑफ़ स्थगित कर प्रक्षेपण का समय और आगे बढ़ाया गया। अंततः प्रक्षेपण सुबह 10 बजे हुआ। इसके साथ ही भारत ने मानव रहित अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिशन गगनयान टीवी डी1 परीक्षण उड़ान के सफल प्रक्षेपण की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह देश को भारत के पहले मानव रहित अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम को साकार करने की दिशा में एक कदम और करीब ले जाता है।
“यह प्रक्षेपण हमें भारत के पहले मानव रहित अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम गगनयान को साकार करने की दिशा में एक कदम और करीब ले जाता है। इसरो के हमारे वैज्ञानिकों को मेरी शुभकामनाएं।”
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री , परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने “गगनयान” लॉन्च से संबंधित संपूर्ण अभ्यास पूरा होने के तुरंत बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि आज सुबह अंतिम “गगनयान” लॉन्च से पहले क्रमिक परीक्षण उड़ान एबॉर्ट मिशन-1 (टीवी-डी1) की परीक्षण उड़ान की सफलता की प्रतीक है।

 
                         
                 
                 
                 
                 
                 
                