Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the pennews domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/hy55hp3a22dd/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
हरक सिंह के निशाने पर फिर आए हरीश रावत कहा कांग्रेस को कमजोर करने  - Separato Spot Witness Times
राजनीतिक राज्य समाचार

हरक सिंह के निशाने पर फिर आए हरीश रावत कहा कांग्रेस को कमजोर करने 

 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने एक बार फिर से 2016 में हुई घटना को लेकर हरीश रावत को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है… 2016 में जब हरीश रावत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री थे तो उसे समय हरक सिंह रावत ने अपनी ही सरकार गिराकर बीजेपी का हाथ थाम लिया था…

 

वहीं कुछ दिन पहले हरीश रावत ने एक बयान जारी किया था और उन्होंने कहा था कि जिन्होंने भी मेरी सरकार को गिराया था वह सभी उजाडु बैल थे… वही हरीश रावत के इस बयान के बाद हरक सिंह रावत ने कहा है कि 2016 में जो कुछ भी हुआ था उसके लिए पूरी तरह से हरीश रावत जिम्मेदार हैं…. मै उस समय मंत्री था और मुख्यमंत्री कुछ भी काम करने नहीं देते थे….

 

आखिर एक मंत्री अगर जनता का काम नहीं करेगा तो वह क्या करेगा…. साथ ही हरक सिंह रावत ने कहा कि उस समय जो डेनिस शराब का मामला चल रहा था वह भी एक मुद्दा था जिस तरह से डेनिश शराब मंडी के द्वारा होलसेल की जा रही थी वह सही नहीं था मैंने उनसे कहा था कि इसको मंडी से हटा दो रात को उन्होंने हां कहा और सुबह वह अपनी बात से मुकर गए…मैंने उनसे कहा था कि इससे बदनामी हो रही है इसके साथ ही हरक सिंह रावत ने और भी कई आप हरीश रावत के ऊपर लगाए और कहा यही वजह थी जिनकी वजह से मैंने उसे समय पार्टी को छोड़ा था….

 

वही हरक सिंह रावत के अनुसार  अब हरीश रावत हमें उजाडू बैल कहे कुछ भी कहे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता उनके अनुसार 2016 में सुबोध उनियाल को मंत्री बना दिया जाता और विजय बहुगुणा को राजयसभा भेज दिया जाता तो उत्तराखंड में कांग्रेस इतनी कमजोर कभी नहीं होती

Related posts

काठबंगला बस्ती, अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, आंखों के सामने जमींदोज हुए 26 आशियाने

जिप्सी सफारी पर ले जाने वाले जिप्सी चालक ने पर्यटक को जिप्सी दी चलाने को, वन विभाग ने की कार्रवाई।

केदारनाथ धाम:  सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच भूस्खलन से बचाव की योजना तैयार

Dharmpal Singh Rawat

Leave a Comment