Dehradun 14 JUN 2025,
भारतीय सैन्य अकादमी आईएमए में आज भव्य पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। इस भव्य समारोह में अकादमी से दिक्षित 451 अधिकारी कैडेट्स ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इनमें से 419 कैडेट्स भारतीय सेना में शामिल होंगे, जबकि 32 कैडेट्स नौ मित्र देशों से हैं, जो अपने -अपने देशों की सेना में सेवाएं प्रदान करेंगे।
पासिंग आउट परेड समारोह में श्रीलंका सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लासांथा रोड्रिगो ने कैडेटों को संबोधित करते हुए आईएमए में पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने पर गहरा सम्मान व्यक्त किया और अपने भूतपूर्व संस्थान में फिर से वापस आने को अत्यंत भावनात्मक क्षण बताया। अपने अनुभवों पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कैडेटों को स्मरण कराया कि सशस्त्र बलों में कमीशन प्राप्त करना केवल रैंक प्राप्त करना नहीं है, बल्कि सेवा, जिम्मेदारी एवं नेतृत्व का आजीवन मार्ग अपनाना है। श्री लासांथा रोड्रिगो ने इस बात पर बल दिया कि सम्मान दैनिक आचरण के माध्यम से ही अर्जित किया जाता है। उन्होंने आईएमए के सिद्धांत – राष्ट्र, सैनिकों तथा पूर्व बहादुर सैनिकों के परिवारों के प्रति कर्तव्य का उल्लेख किया और अनुशासन, अखंडता, निष्ठा व सम्मान के स्थायी मूल्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कैडेटों से आग्रह किया कि वे गर्व एवं उद्देश्य के साथ वर्दी पहनें और स्वयं को देशभक्तों की अटूट श्रृंखला का हिस्सा मानें। जनरल ऑफिसर ने पुरस्कार विजेताओं की सराहना की और विदेशी कैडेटों को आईएमए के मूल्यों का राजदूत बताया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आईएमए के मूल्य सीमाओं से परे हैं। श्री लासांथा रोड्रिगो ने युवा अधिकारियों से बुद्धिमत्ता के साथ नेतृत्व करने, न्याय को बनाए रखने व आईएमए की विरासत में निडरता से योगदान देने का आह्वान किया और फील्ड मार्शल मानेकशॉ के इन शब्दों को उद्धृत किया: “सत्यवादी बनें, ईमानदार बनें, निडर बनें।”
श्रीलंका सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लासांथा रोड्रिगो ने 11 से 14 जून, 2025 तक भारत की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। लेफ्टिनेंट जनरल रोड्रिगो ने देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आई.एम.ए.) में दिसंबर, 1990 में 87वें बैच में पास आउट किया था। वे अब पासिंग आउट परेड में निरीक्षण अधिकारी के रूप में पासिंग आउट परेड में प्रतिभाग करने भारत आए हैं और श्रीलंका के कैडेटों सहित अन्य विदेशी अधिकारियों की एक नई पीढ़ी को कमीशन प्रदान किए जाने के अवसर के साक्षी बने।
श्रीलंका सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लासांथा रोड्रिगो की यह यात्रा एक नियमित सैन्य भेंट से कहीं अधिक थी। यह दोनों देशों के बीच, साझा मूल्यों, आपसी विश्वास और स्थायी मित्रता का जश्न था। उनकी इस यात्रा ने आईएमए में परेड की समीक्षा से लेकर दिल्ली और जयपुर में रणनीतिक चर्चा तक हिंद महासागर क्षेत्र में रक्षा संबंध सशक्त बनाने में भारतीय सेना की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।