Delhi 05 October 2025,
भारतीय नौसेना का आधुनिक युद्धक क्षमताओं से लैस स्वदेशी जहाज आईएनएस सह्याद्रि पूर्वी बेड़े की दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में परिचालन तैनाती के तहत मलेशिया के केमामन बंदरगाह पर बीते 02 अक्टूबर को पहुंचा। रॉयल मलेशियाई नौसेना ने जहाज का गर्मजोशी और सम्मान के साथ स्वागत किया, जिससे दोनों देशों के बीच स्थायी सांस्कृतिक संबंधों एवं साझा समुद्री विरासत का उत्सव मनाया गया।
आईएनएस सह्याद्रि शिवालिक श्रेणी के गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट्स का तीसरा जहाज है, जो स्वदेशी रूप से तैयार और निर्मित किया गया है। यह साल 2012 में भारतीय नौसेना में शामिल हुआ था। यह युद्धपोत अब तक कई द्विपक्षीय व बहुपक्षीय समुद्री अभ्यासों तथा महत्वपूर्ण परिचालन तैनातियों में अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज करा चुका है। दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईएनएस सह्याद्रि की तैनाती भारत की इस क्षेत्र में एक जिम्मेदारी और विश्वसनीय सुरक्षा साझेदार के रूप में प्रतिष्ठा को सुदृढ़ करता है। केमामन बंदरगाह पर जहाज का आगमन भारत व मलेशिया के बीच समुद्री सैन्य सहयोग को और गहरा करने, दोनों नौसेनाओं की अंतर-संचालन क्षमता को सशक्त बनाने तथा सर्वोत्तम नौसैनिक कार्य प्रणालियों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया है।
तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ तथा सहयोग को और प्रगाढ़ करने का अवसर मिला। इस यात्रा के दौरान व्यावसायिक आदान-प्रदान, भारतीय नौसेना और रॉयल मलेशियाई नौसेना (आरएमएन) अधिकारियों के बीच आपसी दौरे तथा प्रशिक्षण सत्र के साथ ही दोनों नौसेनाओं के बीच मैत्रीपूर्ण खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इसके अतिरिक्त, आईएनएस सह्याद्रि के चालक दल ने शहर भ्रमण और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय संस्कृति का अनुभव भी किया।
द्विवार्षिक लीमा प्रदर्शनी और मिलन अभ्यासों के माध्यम से भारत तथा मलेशिया की नौसेनाओं के बीच संपर्क पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है। भारतीय नौसेना व रॉयल मलेशियाई नौसेना के बीच 2024 में आयोजित फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास ‘समुद्र लक्ष्मण’ के तीसरे संस्करण का सफल समापन, इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, परस्पर विश्वास और सहयोग को सुदृढ़ करने के प्रति दोनों देशों की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।