जस्टिस सूर्यकांत भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश बने,
Delhi, 24 November 2025,
जस्टिस सूर्यकांत भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। उन्होंने जस्टिस बीआर गवई की जगह ली है। जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल 9 फरवरी 2027 तक होगा। राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित समारोह में उनको राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाई। इस मौके पर सात देशों के चीफ जस्टिस मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज न्यायमूर्ति सूर्यकांत के भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। श्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा “भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। उन्हें आगामी कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।”
जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान कई फैसलों को लेकर चर्चा में रहे, उन्होंने आर्टिकल 370, पेगासस और बिहार वोटर लिस्ट जैसे कई महत्वपूर्ण संवैधानिक मामलों में अहम भूमिका निभाई है. उनके मुख्य न्यायाधीश बनने के बाद एक बार फिर उनके और उनसे जुड़े फैसलों के बारे में चर्चा होने लगी है. उनसे जुड़े अहम फैसलों में आर्टिकल 370, राजद्रोह कानून, बिहार की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट, गवर्नर और प्रेसिडेंट की शक्तियां और पेगासस जैसे फैसले शामिल हैं।
जस्टिस कांत हरियाणा के हिसार जिले में एक छोटे शहर के प्रैक्टिशनर के तौर पर बार से देश के सबसे ऊंचे ज्यूडिशियल पद तक पहुंचे। जस्टिस कांत हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रहे। उससे पहले, उन्होंने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में कई खास फैसले दिए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को जस्टिस सूर्यकांत को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने भरोसा जताया कि जस्टिस सूर्यकांत के नेतृत्व में संवैधानिक मूल्य, संस्थागत ताकत और कानून के शासन में जनता का भरोसा और मजबूत होगा।
