देहरादून , उत्तराखंड में हुए विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा और बसपा को शिकस्त देते हुए दोनो सीटों पर कब्जा कर लिया है। मंगलौर विधानसभा सीट कांग्रेस के काजी निजामुद्दीन ने जीती है। वहीं चमोली जिले की बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी लखपत बुटोला ने भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र भण्डारी को हराया है।
बहुजन समाजवादी पार्टी के विधायक शरबत करीम अंसारी की मृत्यु के बाद हरिद्वार जिले में मंगलौर विधानसभा सीट रिक्त हुई थी। चमोली जिले की कर्णप्रयाग विधानसभा सीट पर कांग्रेस के विधायक राजेन्द्र भण्डारी, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान इस सीट से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। भाजपा ने राजेंद्र भंडारी पर दांव लगाया था।
उत्तराखंड के मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन तीन बार मंगलौर से विधायक बन चुके हैं। वर्तमान में वै राजस्थान कांग्रेस के सह प्रभारी हैं।उनके पास कांग्रेस संगठन में राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी भी है।
काजी निजामुद्दीन के पिता काजी मोहयूद्दीन उत्तर प्रदेश में वन एवं उप कारागार मंत्री रहे हैं। उत्तराखंड बनने के बाद वह प्रदेश की विधानसभा के पहले प्रोटम स्पीकर रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला ने बद्रीनाथ विधानसभा उपचुनाव में अपनी जीत का श्रेय बद्रीनाथ विधानसभा की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया है। उन्होंने कहा कि जनता के इस जनादेश ने आने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए भी संकेत दे दिया है।
उत्तराखंड में हुए विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के विधायकों के संख्याबल में कोई अंतर नहीं आया है। जबकि कांग्रेस के विधायकों की संख्या में एक सीट का इजाफा हुआ है।
Lakhpat Butola of Congress won from Badrinath assembly seat and Qazi Nizamuddin won from Mangalore assembly seat.