मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।
 
        देहरादून 20 जुलाई 2023,
मानसून सत्र के प्रथम दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वक्तव्य शुरुआत करते हुए कहा कि, संसद की जो जिम्मेवारी और संसद में हर सांसद की जो जिम्मेवारी है ऐसे अनेक कानूनों का बनाना, इसकी विस्तार से चर्चा करना बहुत ही आवश्यक है। और चर्चा जितनी ज्यादा होती है, चर्चा जितनी ज्यादा पैनी होती है उतना जनहित में दूरगामी परिणाम देने वाले अच्छे निर्णय होते हैं। सदन में जो माननीय सांसद आते हैं वो धरती से जुड़े हुए होते हैं, जनता के दुख, दर्द को समझने वाले होते हैं। और इसलिए जब चर्चा होती है तो उनकी तरफ से जो विचार आते हैं वो जड़ों से जुड़े हुए विचार आते हैं और इसलिए चर्चा तो समृद्ध होती है, निर्णय भी सशक्त होते हैं, परिणामकारी होते हैं। और इसलिए मैं सभी राजनीतिक दलों को, सभी माननीय सांसदों को इस सत्र का भरपूर उपयोग करके जनहित के कामों को हम आगे बढ़ाएं।
प्रधानमंत्री ने मानसून सत्र को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि, इस सत्र में जो बिल लाए जा रहे हैं वो सीधे-सीधे जनता के हितों से जुड़ें हुए हैं। हमारी युवा पीढ़ी जो पूरी तरह डिजिटल वर्ल्ड के साथ एक प्रकार से नेतृत्व कर रही है, इस समय डाटा प्रोटक्शन बिल देश के हर नागरिक को एक नया विश्वास देने वाला बिल है, और विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला बिल है। इसी प्रकार से नेशनल रिसर्च फाउंडेशन , नई शिक्षा नीति के संदर्भ में एक बहुत अहम कदम है और इसका उपयोग अनुसंधान को बल देना, इनोवेशन का बल देना, रिसर्च को बल देना और हमारी युवा पीढ़ी जो विश्व के अंदर नए उपक्रमों के द्वारा विश्व का नेतृत्व करने का सामर्थ्य रखती हैं, उनके लिए बड़ा अवसर लेकर के आ रही है ।
श्री मोदी ने वाणिज्य कानूनों में संशोधन का जिक्र करते हुए कहा कि, अनेक वाणिज्य कानूनों को डिक्रिमिनलाइज करना का बिल इस मुहिम को आगे बढ़ाने वाला बिल। इसी प्रकार से जो पुराने कानून है उनको खत्म करने के लिए भी एक बिल में प्रावधान किया जा रहा है। हमारे यहां सदियों से एक परंपरा रही है कि जब विवाद हो तो संवाद से सुलझाया जाए। मेडिएशन की परंपरा हमारे देश की बहुत ऊ पुरानी है उसको अब कानूनी आधार देते हुए मेडिएशन बिल लाने की दिशा में इस सत्र का बहुत बड़ा उपयोग है जो अनेक विवादों से सामान्य से सामान्य मानवी से लेकर के असामान्य संजोगों को भी मिल बैठकर के सुलझाने का एक मजबूत नींव बनाएगा। इसी प्रकार से डेंटल को लेकर के ये बिल जो हमारे डेंटल कॉलेज लेकर मेडिकल के छात्रों के लिए एक नई व्यवस्था को आकार देगा।
प्रधानमंत्री ने मणिपुर की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, मेरा ह्दय पीढ़ा से भरा हुआ है, क्रोध से भरा हुआ है मणिपुर की जो घटना सामने आई है किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने है, कौन है वो अपनी जगह पर है लेकिन बेज्जती पूरे देश की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वो अपने राज्य में कानून व्यवस्थाओं को और मजबूत करें, खासकर के हमारी माताओं, बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठायें । घटना चाहे राजस्थान की हो, घटना चाहे छत्तीसगढ़ की हो, घटना चाहे मणिपुर की हो। इस देश में हिन्दुस्तान के किसी भी कोने में, किसी की भी राज्य सरकार में राजनीतिक वाद-विवाद से उपर उठकर के कानून व्यवस्था का महात्मय, नारी का सम्मान और मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपनी पूरी शक्ति से, पूरी सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है इसको कभी माफ नहीं किया जा सकता है।

 
                         
                 
                 
                 
                 
                