अब यहां गरजेगा धामी सरकार का बुलडोजर, निर्देश हुए जारी
प्रदेश में पिछले कई समय से धामी सरकार का अवैध अतिक्रमण पर कारवाई जारी है। वन क्षेत्रों में हो रहे लगातर अवैध रूप से कब्जों पर धामी सरकार का बुलडोजर चल रहा है। धर्मस्थल के नाम पर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए वन विभाग की टीम युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। अब तक अभियान चलाकर कुल 510 अवैध धर्मस्थल हटा दिए गए। इनमें 453 मजार और 45 मंदिर शामिल हैं। अब तक वन विभाग 300 हेक्टेयर से अधिक भूमि को कब्जामुक्त करा चुका है।
वही अब इस अभियान का दूसरा चरण आज पहली जुलाई से शुरू हो गया है। प्रभागीय वनाधिकारियों को अपने-अपने प्रभाग में भारतीय वन अधिनियम (उत्तराखंड संशोधन)-2002 के सुसंगत प्रविधानों के अनुसार वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग की ओर से अवैध धर्मस्थलों को चिह्नित करने और उन्हें हटाने की प्रक्रिया जारी है। नोडल अधिकारी मुख्य वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते ने बताया कि अब नदियों के किनारे अभियान शुरू किया जा रहा है। खनन करने वाले मजदूरों की ओर से नदी किनारे ही बस्तियां बना दी जाती हैं। प्रदेश में नदियों के किनारे 30 से 40 प्रतिशत कब्जे हैं।
उत्तराखंड वन विभाग वन भूमि से अतिक्रमण हटाने का दूसरे चरण का अभियान चलाएगा। यह अभियान आज से शुरू होगा। इसमें नदियों के किनारे अतिक्रमण हटाया जाएगा। वन विभाग ने गौला, नधौर, दाबका और कोसी समेत 23 नदियां चिह्नित की हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पहले ही यह स्पष्ट कर दिया गया है की वन क्षेत्रों में हो रहे अवैध रूप से कब्जों पर वह कठोर कारवाई जारी रख किसी को भी भूमि पर कब्जा नहीं करने देंगे।
