Uttarkashi, 10 August 2025,
आपदा प्रभावित धराली और हर्षिल क्षेत्र में राहत व बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है। दैवीय आपदा की भीषण त्रासदी से जूझते हुए धीरे-धीरे सामान्य जनजीवन लौटने लगा हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जरूरी समान की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। आपदा प्रभावितों को जीवनोपयोगी वस्तुएं, खाद्य पदार्थ सहित विभिन्न प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध कराने का अभियान लगातार जारी है। प्रभावितों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित चिकित्सा दल निरंतर आपदाग्रस्त क्षेत्र में तैनात रहकर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
उत्तराखण्ड पुलिस एसडीआरएफ द्वारा धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र में अत्याधुनिक उपकरणों जैसे विक्टिम लोकेशन कैमरा थर्मल इमेजिंग कैमरा और डॉग स्क्वाड टीम के साथ मलबे से क्षतिग्रस्त भवनों में गहन खोजबीन कर मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है।

धराली उत्तरकाशी में आई भीषण आपदा के दौरान कनेक्टिविटी की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण लिमचीगाड पुल बह गया था। जिसकी वजह से आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया था। इसके बाद वहां बेली ब्रिज बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा था। एसडीआरएफ, इंजीनियरों व अन्य बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप अब इस पुल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। शीघ्र ही आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा।
धराली क्षेत्र में आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए हेलिकॉप्टरों के माध्यम से संचालित राहत अभियान का सिलसिला आज भी जारी है। आज प्रातः काल मौसम खराब होने के कारण हेली ऑपरेशन लगभग पौने दस बजे से शुरू हो पाया। मातली हेलीपैड से हेलिकॉप्टर के माध्यम से प्रभावितों के लिए बड़ी मात्रा में खाद्य एवं राहत सामग्री हर्षिल हेलीपैड तक भेजी जा रही है।
वहीं हेलिकॉप्टर द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्र से जरूरतमंद लोगों को मातली पहुंचाने का नियमित सिलिसिला भी शुरू हो गया है। आपदाग्रस्त धराली क्षेत्र में तत्परता के साथ बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान संचालित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए हेली ऑपरेशन में हेलिकॉप्टरों द्वारा अब तक 260 से भी अधिक फेरे लगाए जा चुके है।
इस अभियान में मातली हेलीपैड से आठ हेलिकॉप्टर संचालित किये जा रहे हैं। इसके साथ ही चिन्यालीसौड़ हवाईपट्टी से भी सेना के चिनूक, एमआई, एएलएच तथा चीता हेलिकॉप्टर भी हेली रेस्क्यू अभियान में महत्वपूर्ण सहयोग कर रहे हैं।
उत्तराखण्ड पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की टीम ने विकट परिस्थितियों के बावजूद आपदाग्रस्त हर्षिल घाटी में विद्युत आपूर्ति को सफलतापूर्वक पूरी तरह बहाल कर दिया है। धराली हर्षिल में आयी आपदा के बाद से ही जिला प्रशासन पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ प्रभावित परिवारों की मदद कर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत आर्य स्वयं घटना के बाद से प्रभावित क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं। आपदा ग्रस्त धराली हर्षिल में बिजली, पानी, सड़क, नेटवर्क कनेक्टिविटी सहित सभी जरूरी व्यवस्थाओं का निरंतर जायजा ले रहे हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि, प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्र में पीड़ितों को तत्काल सहायता देने और उनका जीवन जल्द से जल्द पटरी पर लाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं ।