प्रयागराज , महाकुंभ के पहले (शाही स्नान) अमृत स्नान में मंगलवार को 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। शाही स्नान सुबह 6 बजे से शुरू हुआ और शाम 6 बजे खत्म हुआ। इस दौरान जूना अखाड़ा समेत सभी 13 अखाड़ों के साधुओं ने स्नान किया। साधू संत हर-हर महादेव का जयकारा लगाते घाट पहुंचे सुबह 6 बजे अमृत स्नान का अद्भुत दृश्य था। हाथों में तलवार-त्रिशूल और डमरू लिए संन्यासी हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए घाटों पर पहुंचे। महाकुंभ में पहली बार शाही स्नान की जगह अमृत स्नान शब्द का इस्तेमाल किया गया। अखाड़ों ने नाम बदलने का प्रस्ताव दिया था।
सोमवार को पहले स्नान पौष पूर्णिमा पर 1.65 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी। मंगलवार को 3.5 करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया। इस तरह 2 दिनों में कुल 5.15 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं।
मंगलवार को भारतीय रुपया 86.64 रुपए प्रति डॉलर के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। वहीं, सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 86.58 के स्तर पर बंद हुआ था। शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि घरेलू बाजारों में मामूली उछाल और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण भारतीय रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबर रहा है।
महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान में मकर संक्रांति के दिन संगम में 3.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया पर यह जानकारी दी और सभी संतों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि पहले अमृत स्नान पर 3.50 करोड़ से ज्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम में पुण्य लाभ प्राप्त किया।