सिंदूर’ सेना की यह कार्रवाई सिंदूर की लाली और शौर्य की कहानी है, भारत के मस्तक पर वीरता की निशानी है:रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,
Delhi , 28 July 2025,
Monsoon session, लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा’ और बिहार में मतदाता सूची में गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर 21 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में विपक्षी दलों ने लोकसभा एवं विधानसभा दोनों सदनों में लगातार हंगामा किया। जिसके कारण दोनों सदनों की कार्रवाई बाधित रही।
सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सत्तापक्ष की ओर से पहल की गई। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता खरगे से मुलाकात की। इसके बाद ओम बिरला के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक हुई। जिसमें 28 जुलाई से संसद को निर्बाध चलने पर सहमति बन गई।
28 जुलाई सोमवार को आज भी लोकसभा और विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा किया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन कार्यवाही दुबारा 2 बजे शुरू होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में लोकसभा में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा, पूरा ऑपरेशन महज 22 मिनट में समाप्त हो गया। हमने आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर मारा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। सेना ने हमारी माताओं और सिंदूर का बदला लिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि सेना की यह कार्रवाई सिंदूर की लाली और शौर्य की कहानी है, भारत के मस्तक पर वीरता की निशानी है। सेनाओं ने अंधेरी रात होने के बाद भी साक्ष्य जुटाए। हमले के कुछ देर बाद ही इन्हें जनता की जानकारी के लिए जारी कर दिया गया था।
रक्षा मंत्री ने बताया, भारतीय वायुसेना ने पश्चिम मोर्चे पर पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया। हमारी सेनाओं ने चकलाला, सरगोधा, रफीकी, रहीम यार खान जैसे बड़े एयर बेस पर प्रहार किया। वायुसेना ने आसमान से हमले किए, थलसेना ने जमीन पर मोर्चा संभाल लिया और पाकिस्तान की हर हरकत का करारा जवाब दिया। भारतीय नौसेना ने भी उत्तरी अरब सागर में अपनी तैनाती मजबूत कर दी। पाकिस्तान को यह साफ संदेश दिया कि हम समुद्र से लेकर जमीन तक पाकिस्तान के हर अहम ठिकानों पर प्रहार करने में हम सक्षम हैं।
क्यों रोकी गई भारतीय सेना की कार्रवाई? के जवाब में
रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया, क्योंकि संघर्ष के दौरान जो भी लक्ष्य तय किए गए थे, वो पूरी तरह से हासिल कर लिए गए थे। इसलिए यह मानना की ऑपरेशन किसी दबाव में रोका गया था ये बिल्कुल बेबुनियाद है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को आश्वस्त किया कहा, अपने राजनीतिक जीवन में जान बूझकर कभी भी असत्य न बोलूं इसकी भरपूर कोशिश की है। 10 मई की सुबह जब भारतीय वायुसेना ने कई एयरबेस पर करारा प्रहार किया तो पाकिस्तान ने हार मान लिया। यह पेशकश इस कैविएट के साथ माना गया है कि ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया है, अगर पाकिस्तान की ओर से भविष्य में फिर से कोई मिसएडवेंचर हुआ तो यह ऑपरेशन फिर से प्रारंभ होगा। भारतीय वायुसेना के जबरदस्त हमलों, थलसेना की मजबूत जवाबी कार्रवाई और नौसेना के हमलों से पाकिस्तान को छिपने को मजबूर कर दिया। यह पाकिस्तान के सैन्य बल और मनोबल दोनों की हार थी। 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत से संपर्क किया और सैन्य कार्रवाई रोकने की अपील की। 12 मई को दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच बातचीत हुई और फिर दोनों देशों ने विराम लगाने का ऐलान किया।
