दिल्ली , जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए पाकिस्तान प्रायोजित कायराना आतंकी हमले ने मानवता को शर्मशार किया है। धर्म की पहचान कर नृशंस नरसंहार से केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में आक्रोश फैला दिया है। इस हमले में 30 से ज्यादा निर्दोष हिंदू पर्यटकों की असमय मौत हुई है। इस आतंकी हमले के बाद से भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने मोर्चा संभाल लिया है ।कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद जांच एजेंसियों से जांच शुरू कर दी है। यहां के जंगलों में राष्ट्रीय रायफल्स, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस मिलकर बड़ा सर्च ऑपरेशन चला रही है।
आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सुरक्षाबलों ने घाटी से 1500 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें वो लोग शामिल हैं जो ओवर ग्राउंड वर्कर हैं या फिर आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
उधर एनआईए की टीम हमले की जांच में जुटी है। इस बीच सुरक्षा बलों ने 3 आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इसमें 2 हमलावर स्थानीय आतंकी बताए जा रहे हैं। सेना ने चश्मदीदों के बयान के आधार पर ये स्कैच तैयार करवाया है। आतंकियों के नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी कड़ी निंदा हो रही है। अमेरिका, इजराइल, रूस और सिंगापुर जैसे देशों ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई है।
अनंतनाग जिले के पहलगाम से लेकर पूरे कश्मीर के स्थानीय लोगों ने आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए कैंडल मार्च निकाला है। मस्जिदों के इमाम लाउडस्पीकर पर हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ अपनी हमदर्दी जताते हुए आतंकियों को इस्लाम और कश्मीरियत के दुश्मन बता रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है तथा यह और भी मजबूत होगा। प्रधानमंत्री ने खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फोन पर भी बात की है। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर पहुंच गए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। श्रीनगर के बाद अमित शाह पहलगाम भी गए और घटनास्थल का दौरा भी किया। मृतकों को श्रद्धांजलि देने के बाद गृह मंत्री शाह ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए कहा, “भारी मन से पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। इस कायराना आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा भी नहीं जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवादियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमले में देश ने अनेक निर्दोष नागरिकों को खोया है। इस घोर अमानवीय कृत्य से हम सब गहरे शोक और दर्द में हैं। सबसे पहले मैं उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। इस दुखद समय में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए मैं परमात्मा से प्रार्थना करता हूं।
आतंकी हमले पर जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं यकीन से परे सदमे में हूं। हमारे आगंतुकों पर यह हमला एक घिनौना कृत्य है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं। निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
कांग्रेस महासचिव केसरी वेणु गोपाल ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। यह हमला मानवता के ऊपर एक करारा प्रहार है, जिसने देश को झकझोर दिया है। हमारे दिलों में असहनीय पीड़ा है। हम इस दुखद घड़ी में शोकाकुल परिवारों के साथ खड़े हैं। हम पूरी मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगे।
पहलगाम हमले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे खरगे ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, पहलगाम हमला देश की एकता-अखंडता पर कायराना हमला है। कांग्रेस पार्टी इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है। मैं मृतक परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
यह भारत पर सीधा हमला है। हमें इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। सरकार से गुजारिश है कि 22 घंटे हो चुके हैं। अपनी सारी ताकत लगाकर आतंकवादियों को ढूंढ निकालना चाहिए। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ समन्वय, सहयोग और साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है।
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले को लेकर अमेरिका ने गहरा दुख जताया है। अमेरिकी प्रशासन ने कहा कि यह घटना बेहद परेशान करने वाली है. अमेरिका भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है. उन्होंने हमले में जान गंवाने वालों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. अमेरिकी बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की जनता के प्रति समर्थन और गहरी संवेदना व्यक्त की गई. अमेरिका ने कहा कि इस दुख की घड़ी में वह भारत के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भारत में बिताए गए कुछ दिनों में हमें इस देश की खूबसूरती और यहां के लोगों की प्रेम ने प्रभावित किया। हालांकि पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने हमें झकझोर दिया है। हमारी प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।
इस हमले पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी दुख जताया। पुतिन ने कहा कि यह हमला बेहद दर्दनाक है और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना एक अमानवीय अपराध है, जिसकी कोई भी सफाई नहीं दी जा सकती। पुतिन ने भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही, मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
इजराइल ने भी इस हमले की तीव्र निंदा की है. इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने ट्वीट कर कहा, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से गहरा दुख हुआ है। पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। इजराइल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है। इसके अलावा भारत में इजराइल के राजनयिक गाय नीर ने भी घटना को “घृणित” बताया और पीड़ितों के साथ संवेदना प्रकट की।
सिंगापुर के दूतावास ने भी ट्वीट कर पहलगाम हमले को ‘शर्मनाक और निंदनीय’ बताया. उन्होंने कहा कि इस हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के परिवारों के साथ हमारी गहरी संवेदना है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को मिल रहे इस तरह के समर्थन से यह स्पष्ट है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में दुनिया एकजुट हो रही है.
हमले के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से हमारा कोई लेना देना नहीं है। हम इस तरह के आतंकवाद की निंदा करते हैं।