दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं, हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं। इसलिए सरदार पटेल का बड़ा स्टैच्यू बनाते हैं। वह जनसंघ के नहीं थे। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि आजकल कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा खुलेआम बोल रहे हैं। ये अर्बन नक्सल की भाषा बोलने वाले न संविधान और न देश की एकता को समझ सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें 10 साल सेवा करने का मौका मिला और 25 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर आ गए हैं। अब तक गरीबों को 4 करोड़ घर मिले हैं। हमने 12 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर बहन बेटियों की मुश्किलें दूर कीं। हमारी सरकार ने 12 करोड़ परिवारों को नल से जल देने का काम किया है। हमारा मकसद है बचत भी और विकास भी। हमने जनधन, आधार, मोबाइल की ट्रिटी बनाई और डीबीटी से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर देना शुरू किया। हमने 40 लाख करोड़ रुपया सीधा जनता के खाते में जमा किया। इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट 10 साल पहले एक लाख 80 हजार करोड़ था। जो कि आज 11 लाख करोड़ है। रोड, हाइवे, रेलवे, ग्राम सड़क, इन सभी के लिए विकास की एक मजबूत नींव रखी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 में दो लाख रुपये पर इनकम टैक्स माफ था। आज 12 लाख रुपये संपूर्ण रूप से इनकम टैक्स से मुक्त है। स्टैंडर्ड डिडक्शन के 75 हजार जोड़कर 1 अप्रैल से सैलरीड क्लास को 12.75 लाख रुपये तक कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा।
प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया, कहा कि हमने जो अलग-अलग कदम उठाए और इससे जो पैसे बचे, उनका उपयोग हमने शीश महल बनाने के लिए नहीं बल्कि देश बनाने के लिए किया है। प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र का जिक्र करते कहा, कुछ दल युवाओं को लगातार धोखा दे रहे हैं। ये दल वादा करते हैं कि, लगातार ये भत्ता देंगे वो भत्ता देंगे करते हैं और उस वादे को पूरा नहीं करते हैं। ये दल युवाओं के भविष्य पर आपदा बनकर गिरे हुए हैं। हम कैसे काम करते हैं ये हरियाणा में देश ने देखा है। बिना खर्ची और बिना पर्ची नौकरी देने का वादा किया था और सरकार बनते ही नौजवानों को नौकरी मिल गई।