West Bengal , 29 MAY 2025
भारत में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में। ₹ 1010 करोड़ की सिटी गैस वितरण परियोजना की आधारशिला रखी। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि “भारत एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है, इसलिए बंगाल की भागीदारी अपेक्षित और अनिवार्य दोनों है। ” उन्होंने इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे, नवोन्मेषण और निवेश में तेजी लाने के केंद्र सरकार के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला। श्री मोदी ने कहा कि “ बंगाल का विकास भारत के भविष्य का आधारभूत स्तंभ है। ” उन्होंने कहा कि आज उस यात्रा में एक और मजबूत मील का पत्थर जुड़ गया है। उन्होंने अलीपुरद्वार और कूचबिहार में सिटी गैस वितरण परियोजना के शुभारंभ की घोषणा की, जो 2.5 लाख से अधिक घरों को स्वच्छ, सुरक्षित और सस्ती पाइप्ड गैस उपलब्ध कराएगी। श्री मोदी ने कहा कि इस पहल से एलपीजी सिलेंडर खरीदने की चिंता खत्म हो जाएगी, जिससे परिवारों को सुरक्षित गैस आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इसके अतिरिक्त, सीएनजी स्टेशनों के विस्तार से हरित ईंधन तक पहुंच बढ़ेगी, जिसके परिणामस्वरूप लागत बचत, समय दक्षता और पर्यावरणीय लाभ होंगे। उन्होंने इस नई शुरुआत के लिए अलीपुरद्वार और कूचबिहार के नागरिकों को बधाई दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि “सिटी गैस वितरण परियोजना केवल एक पाइपलाइन पहल नहीं है, बल्कि आवश्यक सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है”।
श्री मोदी ने कहा, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने भारत के गैस आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ गरीब महिलाओं के जीवन में सुधार किया है। 2016 में शुरू की गई इस योजना ने लाखों गरीब महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार किया है, उन्हें धुएं से भरी रसोई से राहत प्रदान की है, उनके स्वास्थ्य में सुधार किया है और घर के खाना पकाने के स्थान में गरिमा को बढ़ावा दिया है। श्री मोदी ने यह भी बताया कि 2014 में देश में 14 करोड़ से भी कम एलपीजी कनेक्शन थे, जबकि आज यह संख्या 31 करोड़ को पार कर गई है, जिससे सार्वभौमिक गैस पहुंच का सपना साकार हो रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने देश भर में गैस वितरण नेटवर्क को मजबूत किया है, जिससे देश के हर कोने तक इसकी पहुंच सुनिश्चित हुई है। श्री मोदी ने यह भी कहा कि एलपीजी वितरकों की संख्या दोगुनी से भी अधिक हो गई है, उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत में 14,000 से भी कम एलपीजी वितरक थे, जबकि आज यह संख्या बढ़कर 25,000 से अधिक हो गई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी गैस सिलेंडर आसानी से उपलब्ध हैं, जिससे पूरे देश में खाना पकाने का स्वच्छ ईंधन सुलभ हो गया है।
प्रधानमंत्री ने पूर्वा एक्सप्रेसवे, दुर्गापुर एक्सप्रेसवे, श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह का आधुनिकीकरण, कोलकाता मेट्रो का विस्तार, न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन का परिवर्तन और डुआर्स मार्ग पर नई ट्रेनों की शुरूआत जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को उद्धृत किया। उन्होंने कहा, इन सभी का उद्देश्य बंगाल की प्रगति को गति देना है। श्री मोदी ने कहा, “नई शुरू की गई परियोजना केवल एक पाइपलाइन नहीं है, बल्कि प्रगति की जीवन रेखा है।” उन्होंने नागरिकों के जीवन को सुगम बनाने और बंगाल के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराया। उन्होंने यह उम्मीद जताते हुए समापन किया कि पश्चिम बंगाल विकास की दिशा में आगे बढ़ता रहेगा और साथ ही राज्य के लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, अलीपुरद्वार के संसद सदस्य मनोज तिग्गा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।