December 8, 2025

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ की 128वीं कड़ी में प्रेरणादायक संस्मरण:उत्तराखंड के टूरिज्म, विंटर फेस्टिवल और विंटर स्पोर्ट्स मॉडल का भी किया उल्लेख,

Delhi 30 November 2025, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ की 128वीं कड़ी में प्रेरणादायक संस्मरणों से रूबरू कराया। उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया और कहा, कुछ दिन पहले ही 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ पर संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। वंदेमातरम् के 150 वर्ष होने पर पूरे देश में होने वाले कार्यक्रमों की शानदार शुरुआत हुई। 25 नवंबर को अयोध्या में राम मंदिर पर धर्मध्वजा का आरोहण हुआ। इसी दिन कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में पांचजन्य स्मारक का लोकार्पण हई।

 

प्रधानमंत्री ने बताया, कुछ दिन पहले ही मैंने हैदराबाद में दुनिया की सबसे बड़ी लीप इंजन एमआरओ फैसिलिटी का उ‌द्घाटन किया है। एयरक्राफ्ट की मेंटेनेंस रिपेयर और ओवरहाल के सेक्टर में भारत ने ये बहुत बड़ा कदम उठाया है। पिछले हफ्ते मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान आईएनएस ‘माहे’ को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। पिछले ही हफ्ते भारत के स्पेस इकोसिस्टम को स्काई रूट के इंफिनिटी केंपस ने नई उड़ान दी है। ये भारत की नई सोच, इनोवेशन और यूथ पावर का प्रतिबिंब बना है।

श्री मोदी ने कहा, कृषि क्षेत्र में भी देश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत ने 357 मिलियन टन के खा‌द्यान्न उत्पादन के साथ एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। 10 साल पहले की तुलना में भारत का खा‌द्यान्न उत्पादन 100 मिलियन टन और बढ़ गया है। खेलों की दुनिया में भी भारत का परचम लहराया है। कुछ दिन पहले ही भारत को कॉमनवेल्थ खेलों की मेजबानी का भी ऐलान हुआ। ये उपलब्धियाँ देश की हैं, देशवासियों की है।

प्रधानमंत्री ने चंद्रयान-2 की उपलब्धि का जिक्र करते हुए कहा, पिछले दिनों जब चंद्रयान-2 संपर्क से बाहर हो गया था। उस दिन पूरा देश, और खासकर वैज्ञानिक कुछ पल के लिए निराश हुए थे। लेकिन साथियो, असफलता ने उन्हें रोका नहीं। उसी दिन उन्होंने चंद्रयान-3 की सफलता की कहानी लिखनी शुरू कर दी। यही कारण है कि जब चंद्रयान-3 ने सफल लैंडिंग की, तो वो सिर्फ एक मिशन की सफलता नहीं थी। वो तो असफलता से निकलकर बनाए गए विश्वास की सफलता थी।

आज भारत शहद उत्पादन में नए रिकार्ड बना रहा है। 11 साल पहले देश में शहद का उत्पादन 76 हजार मीट्रिक टन था। अब ये बढ़कर डेढ़ लाख मीट्रिक टन से भी ज्यादा हो गया है। बीते कुछ वर्षों में शहद का निर्यात भी तीन गुना से ज्यादा बढ़ गया है। हनी मिशन कार्यक्रम के तहत खादी ग्रामोद्योग ने भी सवा 2 लाख से ज्यादा बी बॉक्सेस लोगों में बांटे हैं। इससे हजारों लोगों को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। यानि देश के अलग-अलग कोनों में शहद की मिठास भी बढ़ रही है। और ये मिठास किसानों की आय भी बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, जो लोग नेवी से जुड़े टूरिज्म में रुचि रखते हैं, उनके लिए हमारे देश में बहुत सी जगह हैं, जहां जाकर उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। देश के पश्चिमी तट पर गुजरात के सोमनाथ के पास एक जिला दीव में ‘आईएनएस खुखरी’ को समर्पित ‘खुकरी मेमोरियल एंड म्यूजियम’ है। वहीं, गोवा में नेवल एवियशन म्यूजियम है, जो एशिया में अपनी तरह का अनूठा संग्रहालय है। फोर्ट कोची के आईएएस द्रोणाचार्य में ‘इंडियन नवल मैरिटाइम म्यूजियम ’ है। यहाँ हमारे देश की मैरिटाइम हिस्ट्री और इंडियन नेवी के इवोल्यूशन को देखा जा सकता है। श्रीविजयापुरम जिसे पहले पोर्टब्लेयर कहा जाता था, वहाँ ‘समुद्रिका- लेवल मरीन म्यूजियम ’ उस क्षेत्र के समृद्ध इतिहास को सामने लाने के लिए जाना जाता है। कारवार के रवीन्द्रनाथ टैगोर बीच पर वारशिप में मिसाइलों और हथियारों की रिप्लिक रखी गई हैं। विशाखापत्तनम में भी एक सबमरीन, हेलीकॉप्टर, एयरक्राफ्ट म्यूजियम है, जो इंडियन नेवी से जुड़ा है। मैं आप सभी से, आग्रह करता हूँ कि आप इन म्यूजियम को देखने जरूर जाएँ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में आज आज उत्तराखंड के टूरिज्म, विंटर फेस्टिवल और विंटर स्पोर्ट्स मॉडल का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों ने सर्दियों में होने वाले टूरिज्म और विंटर टूरिज्म को अपनी अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा आधार बना दिया है। इन देशों ने स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, स्नो ट्रैकिंग, आईस क्लाइंबिंग फैमिली स्नो पार्कस जैसे अनुभवों को अपनी पहचान बनाया है। इन्होंने अपने विंटर फेस्टिवल्स को भी वैश्विक आकर्षण में बदला है।

प्रधानमंत्री ने खुशी जताते हुए कहा, इन दिनों उत्तराखंड का विंटर टूरिज्म लोगों को बहुत आकर्षित कर रहा है। सर्दियों के मौसम में औली, मुनस्यारी, चोपटा और डेयारा जैसी जगहें खूब पॉपुलर हो रही हैं। अभी कुछ सप्ताह पहले पिथौरागढ़ ज़िले में साढ़े चौदह हजार फुट से अधिक की ऊंचाई पर आदि कैलाश में राज्य की पहली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन का आयोजन किया गया था। इसमें देश भर के 18 राज्यों से 750 से ज्यादा एथलीट्स ने हिस्सा लिया था। 60 किलोमीटर लंबी ‘आदि कैलाश परिक्रमा रन’ का प्रारंभ कड़कड़ाती सर्दी में सुबह पाँच बजे हुआ था। इतनी ठंड के बावजूद भी लोगों का उत्साह देखते ही बनता था। आदि कैलाश की यात्रा पर जहाँ तीन साल पहले तक मात्र दो हजार से कम पर्यटक आते थे, अब यह संख्या भी बढ़कर तीस हजार से अधिक हो गई है।

कुछ ही हफ्तों में उत्तराखंड में विंटर गेम्स का आयोजन भी होना है। देशभर के खिलाड़ी, एडवेंचर प्रेमी और खेलों से जुड़े लोग इस आयोजन को लेकर उत्साहित हैं। स्काईंग हो या स्नो-बोर्डिंग, बर्फ पर होने वाले कई खेलों की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। उत्तराखंड ने विंटर टूरिज्म को बढ़ाने के लिए कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया है। होम स्टे को लेकर नई पॉलिसी भी बनाई गई है। इसके अलावा सर्दियों में डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए पहाड़ भी अब खूब पॉपुलर हो रहे हैं। कई शादियां तो अब खास तौर पर गंगा जी के किनारे हो रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, सर्दियों के इन दिनों में हिमालय की वादियाँ एक ऐसे अनुभव का हिस्सा बन जाती हैं, जो जीवन भर साथ रहता है। उन्होंने आग्रह किया कि,अगर आप इस सर्दी में कहीं जाने का विचार कर रहे हैं। तो हिमालय की वादियों का विकल्प जरूर रखिएगा।

आजकल हमारे देश में एंडोरेंस स्पोट्स की एक नई खेल संस्कृति भी तेजी से उभर रही है। एंडोरेंस स्पोट्स में विशेष एक्टिविटीज होती है, जिनमें आपकी लिमिट की परख होती है। कुछ साल पहले तक मैराथन और बाइकथान जैसे खास इवेंट कुछ लोगों तक ही सीमित थे। लेकिन अब बहुत कुछ बदल चुका है। मुझे बताया गया है कि देशभर में हर महीने 1500 से इवेंट्स में हिस्सा लेने के लिए एथलीट्स दूर-दूर तक जाते हैं।

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