रूस-यूक्रेन युद्ध, रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के पावर ग्रिड पर नई हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला कर दिया। जिसके कारण लाखों नागरिकों के बिजली से महरूम होने के साथ कीव के बड़े इलाके में बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है। रूस की इस ताजा बमबारी ने यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचाया है। जिससे देश के पश्चिमी क्षेत्रों में लाखों लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ रहा है। लविवि और रिव्ने क्षेत्रों में 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि यह 2023 में यूक्रेन के नागरिक ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर 11वां बड़ा हमला था। कीव के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक रूस ने हाल की बमबारी के दौरान 90 से अधिक मिसाइलें और करीब 100 ड्रोन दागे।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस हमले को रूसी ब्लैकमेल बताते हुए अपने सहयोगियों से कड़ी प्रतिक्रिया देने का आह्वान किया। वहीं रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस हमले को को पश्चिमी देशों द्वारा भेजी गई मिसाइलों से यूक्रेन द्वारा रूस पर किए गए हमलों का जवाब बताया है।
रूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हाइपरसोनिक मिसाइल ओरेशनिक का जिक्र करते हुए कहा कि रूस की सेना कीव सहित अन्य सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए इस मिसाइल का इस्तेमाल कर सकती है। पुतिन ने दावा किया कि इस मिसाइल का प्रभाव इतना शक्तिशाली है कि यह परमाणु हमले के बराबर हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस हमले को अपमानजनक करार दिया। उन्होंने इसे यूक्रेनी लोगों की सुरक्षा के महत्व को दर्शाने वाला बताया। बाइडेन ने कहा कि रूस के हमले से यह स्पष्ट हो गया है कि यूक्रेनी लोगों की रक्षा करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वहीं पुतिन की धमकी पर पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने इसे कमजोरी का प्रमाण बताया है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश पुतिन के शब्दों से विचलित नहीं होंगे. दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष का असर अब दुनिया के कई देशों पर पड़ने लगा है।