सुरक्षा बलों ने “ऑपरेशन महादेव” अभियान के तहत, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया,
 
        Delhi, 29 July 2025
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज संसद में बताया कि, भारतीय सुरक्षा बलों ने “ऑपरेशन महादेव” अभियान के तहत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया है। इस लोमहर्षक आतंकी वारदात में 26 निर्दोष नागरिकों की धर्म पूछकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान मारे गए आतंकियों की पहचान सुलैमान शाह (उर्फ मूसा), हम्जा (उर्फ फैसल अफगान) और जिबरान (हबीब उर्फ छोटू अफगानी) के रूप में हुई है।
गृह मंत्री शाह ने संसद में बताया ‘ऑपरेशन महादेव’ के अभियान में जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की जॉइंट टीम ने गत दिवस, 28 जुलाई को तीन आतंकियों को मार गिराया था। ऑपरेशन के दौरान आतंकियों के ठिकाने से 17 ग्रेनेड, एक अमेरिकी M4 कार्बाइन और दो AK-47 राइफल बरामद की गईं। आज मंगलवार, 29 जुलाई की सुबह उन तीनों आतंकियों की पहचान पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आरोपियों के रूप में हुई। आतंकी सुलैमान उर्फ मूसा की तस्वीर पहले ही मीडिया के सामने आ चुकी है।
अमित शाह ने संसद में बताया कि आतंकियों के ठिकाने से बरामद चॉकलेट और वोटर आईडी कार्ड से उनकी पहचान की गई। ये सबूत पाकिस्तान से उनके संबंध की पुष्टि करते हैं। इनके अलावा, सुरक्षा एजेंसियों ने इन आतंकियों की पहचान उनकी सहायता करने वालों के जरिए भी की। जो लोग इन आतंकियों को शरण देने में संलिप्त थे, उन्होंने भी इन आतंकियों की पुष्टि की है।
गृह मंत्री ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने दो स्थानीय परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने आतंकियों को अपने घर में छिपाया था। जांच में इन लोगों ने बताया कि बैसरन घाटी में हमला करने वाले वही तीन आतंकी थे, जो ऑपरेशन महादेव में मारे गए हैं।
अमित शाह ने बताया कि 22 मई को दाछीगाम के जंगलों में आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली।इसके बाद सुरक्षाबलों ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की। मुठभेड़ मारे गए आतंकियों के शवों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत जांच की गई और फिर जानकारी मीडिया से साझा की गई।

 
                         
                 
                