देहरादून, राज्य सेक्टर योजना अन्तर्गत रु 4.94 करोड़ की लागत से निर्मित राजकीय पशु चिकित्सालय स्टेट रैफरल सेन्टर के भवन का लोकार्पण सौरभ बहुगुणा मन्त्री, पशुपालन, डेयरी, मत्स्यपालन, गन्ना विकास और -चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल, कौशल विकास और सेवायोजन उत्तराखंड सरकार द्वारा किया गया। इस सेन्टर में पशुओं के उपचार हेतु, पैथोलाजी, टीकाकरण, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउंड एवं एक्स रे इत्यादि की व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि 2019 की पशुगणना के अनुसार देहरादून में निराश्रित श्वान पशुओं की संख्या 15690 एवं पशु प्रेमियों द्वारा पाले जा रहे श्चान पशुओं की संख्या 53760 है। तथा इसके अतिरिक्त बिल्लियां एवं अन्य पालतू पशु हैं तथा इन छोटे पशुओं हेतु परामर्शकीय एवं विशिष्ट चिकित्सकीय सेवाओं की मांग लगातार बढ़ती जा रही हैं। जिसके लिये वर्तमान में विशिष्ट सेवाओं अल्ट्रासांउंड, एक्सरे, शल्य चिकित्सा आदि के लिये वर्तमान में प्राइवेट संस्थानों द्वारा मंहगी चिकित्सा प्रदान की जाती है। जो आम पशुपालकों की पंहुंच से बाहर है। इस लिये उच्च गुणवत्ता की पशुस्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिये उत्तराखण्ड सरकार द्वारा यह आधुनिक पशु चिकित्सालय एंव रेफरल सेन्टर का निर्माण कराया गया है। इस केन्द्र में पशुओं की पैथोलाजी टीकाकरण, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउंड एवं एक्स रे इत्यादि की व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे, विनोद चमोली, विधायक धर्मपुर ने स्टेट रैफरल सैन्टर खोले जाने पर सरकार एंव मन्त्री पशुपालन का आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि इस केन्द्र के खुलने से नगर निगम क्षेत्र के साथ आस पास के क्षेत्रों, डोईवाला, मसूरी, रायपुर, सहसपुर आदि क्षेत्रों के श्वान एंव बिल्लियों का समुचित उपचार होगा। पशु पालकों के गम्भीर रोग से ग्रस्त पशुओं को भी उच्च- स्तरीय पशु चिकित्सा सेवा उपलब्ध होगी, इस केन्द्र के निर्माण से क्षेत्र के आवारा एंव निराश्रित पशुओं को लाभाविन्त किया जा सकेगा।
कार्यक्रम में सचिन पशुपालन वी० आर० सी. पुरुषोत्तम, ने कहा कि स्टेट रैफरल सेन्टर 24×7 घन्टे तीन पाली में संचालित किया जायेगा। इस केन्द्र में गम्भीर रोगी श्वान पशुओं एवं शल्य चिकित्सा उपरान्त श्वान पशुओं के लिये इन्डोर वार्ड की भी सुविधा रहेगी, डा. पुरुषोतम ने कहा कि स्टेट रैफरल सैन्टर पर विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की नियुक्ति की जा रही है।
निदेशक पशुपालन डा. बीसी कर्नाटक ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये समस्त अतिथियों एवं उपस्थित गणमान्यों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि स्टेट रेफरल सेन्टर आने वाले समय में एक माडल के रूप में कार्य करेगा, तथा इसके सफल संचालन से अन्य जनपदों में भी इस प्रकार के केन्द्र खोले जाने के प्रस्ताव आयेगें। स्टेट रैफरल केन्द्र जनता को समर्पित किये जाने पर उन्होंने मन्त्री पशुपालन एवं उत्तराखण्ड सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया।
कार्यक्रम में डा.नीरज सिंघल, संयुक्त निदेशक प्रशासन, डा. राकेश सिंह नेगी मुख्य अधिशासी अधिकारी यूएलडीबी, डा. विद्यासागर कापड़ी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी देहरादून, डा. सतीश जोशी, डा. बृजेश रावत, डा. अनूप नौटियाल, डा. लतेश जोशी, डा. नीलिमा जोशी, डा. वरुण अग्रवाल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डा. आशुतोष जोशी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी टिहरी द्वारा किया गया।