∆प्रीती रावत
इंसान की शरीर का सबसे अहम और खूबसूरत भाग है उसकी आंखें। वही आखें जिनसे वह पूरी दुनिया देखता है हर रंग की पहचान करता है। मगर जब सवाल इन्हीं आंखों की देखभाल का हो तो शायद हम लोग उसे ही अनदेखा कर देते हैं।
बढ़ते समय के साथ तमाम बीमारियों भी दस्तक देती रहती है, साल दो साल पहले जब कोरोना जैसी भ्यावक बीमारी ने दस्तक दी तो हम लोगों को हमारी सेहत पर अधिक ध्यान देने की जरूरत पड़ी। जरूरी भी था शरीर को पौष्टिक आहार मिलने की ताकि बीमारियों से लड़ा जा सकें। वही अब एक बार फिर लौट कर आई है कम कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू जो की सीधे असर करती है हमारी आंखों पर…यह बीमारी नई नहीं है लेकिन जरूरी है की हम सब इसके बारे में जाने।
बरसात के मौसम में पिछले कई दिनों से आई फ्लू के मामलो में लगातार वृद्धि हो रही है। इसका भी एक बड़ा कारण यह है कि किस तरह गलत खान पान व इस बरसात के मौसम में गंदे पानी की वजह से इसका खतरा और बढ़ रहा है।
*क्या होता है कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू*
आंखों के होने वाले इन्फेक्शन को आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं. यह इंफेक्शन होने वाले व्यक्ति की आंखें लाल हो जाती है. इसके साथ ही आंखों से पानी निकलता रहता है और सूजन हो जाती है. जिस कारण आंखों से साफ नहीं दिखता। ज्यादातर मामलों में इसके लक्षण हल्के होते हैं पर कुछ स्थितियों में इसके गंभीर रूप लेने का भी खतरा हो सकता है।
*कैसे फैलता है आई फ्लू*
इन दिनों हर कोई बस , मैट्रो में सफर करता है जिससे लोगों की भीड़ में खुद को किसी इन्फेक्शन से बचाना संभव नहीं है। और ऐसे में अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो आपको यह वायरस हो सकता है. यह वायरस संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने से संक्रमण बढ़ जाता है. इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के खांसी के दौरान छींकने से भी संक्रमण फैल सकता है.
आई फ्लू ठीक होने में 5 से 10 दिन का समय लग सकता है. और यदि आपकी आंखों में ज्यादा समय तक ठीक ना हो रही हो तो जल्द ही अपने नजदीकी डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
*आई फ्लू होने पर क्या और क्या ना करें*
=क्या करें
1.थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथों की सफाई करें.
2.आंखों को बार-बार न छुएं.
3.अपने आसपास सफाई रखें.
4.अपनी आंखों को समय-समय पर धोएं.
5.अगर बाहर जाना ज्यादा जरूरी है तो काला चश्मा पहन कर जाएं.
6.पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचें.
संक्रमित व्यक्त के बेड, तौलिया या कपड़े इस्तेमाल न करें
7.टीवी-मोबाइल से दूरी बनाए रखें.
=क्या न करें
1.अगर आपको आंखो का इंफेक्शन हो जाए तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें.
2.इसके बाद कहे अनुसार नियमित दवा लें.
3.अपनी उपयोग की चीजें, जैसे- तौलिया और रूमाल किसी के साथ शेयर न करें.
4.आंखों के इंफेक्शन होने पर चश्मे का प्रयोग करें, भूलकर भी लेंस न लगाएं.
5.इंफेक्शन होने के बाद घर पर ही रहें, अगर आप बाहर जाएंगे तो इससे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाएगा.
*हमारी गलती कहां..?*
हमारी जीवन में बदलते वक्त के साथ-साथ उभरती तमाम तरीके की बीमारियां कहीं ना कहीं हमारे लिए एक चेतावनी है कि इस प्रकार से आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपना ख्याल रखना पूरी तरह से भूलते जा रहे है। रोजाना की कामकाजी जिंदगी में हम इतने व्यवस्त हो चुके है की अपना ख्याल रखना हमको याद ही नहीं है।
हम रोजाना कई लोगों से मिलते है आंखों में आंखे मिलाकर उनसे बाते करते है जो की एक बड़ा कारण है आई फ्लू फैलने का। अगर आप भी ऐसा ही करते है तो जरा रूक जाए इस समय जरूरत है न सिर्फ अपनी आंखों की सुरक्षा करने की बल्कि दूसरो तक भी यह ना फैले इसका ध्यान हमें रखना होगा। साथ ही पर्सनल हाइजीन को लेकर भी काफी लापरवाही देखी जा रही है जिस वजह से आई फ्लू के मामले बढ़ गए हैं।