Delhi, 21 September 2025,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जीएसटी की दरों में सुधार और आत्मनिर्भर भारत अभियान को लेकर राष्ट्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि, नवरात्रि के पहले दिन से देश ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के लिए एक और महत्वपूर्ण और बड़ा कदम उठा रहा है। नवरात्रि के प्रथम दिवस 22 सितंबर को सूर्योदय के साथ ही, संशोधित जीएसटी लागू हो जाएंगे। इस जीएसटी बचत उत्सव में हमारे देश के गरीब, मध्यमवर्गीय लोग, नियो मिडिल क्लास, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार, व्यापारी, उद्यमी, सभी का बहुत फायदा होगा। मैं देश के कोटि-कोटि परिवारजनों को संशोधित जीएसटी की और इस बचत उत्सव की बहुत- बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं। ये रिफॉर्म, भारत की ग्रोथ स्टोरी को एक्सीलरेट करेंगे, कारोबार को और आसान बनाएंगे, निवेश को और आकर्षक बनाएंगे, और हर राज्य को विकास की दौड़ में बराबरी का साथी बनाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा भारत में साल 2017 में जीएसटी सुधारो की ओर कदम बढ़ाया था। वह एक पुराना इतिहास बदलने की, और एक नया इतिहास रचने की शुरुआत थी। दशकों तक हमारे देश की जनता, आप सभी लोग, देश के व्यापारी, अलग-अलग टैक्स के जाल में उलझे हुए थे। ऑक्ट्रॉय, एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज, वैट, सर्विस टैक्स, न जाने भांति-भांति के ऐसे दर्जनों टैक्स हमारे देश में थे। एक शहर से दूसरे शहर माल भेजना हो, तो न जाने कितने चेकपोस्ट पार करने होते थे, कितने ही फॉर्म भरने पड़ते थे, कितनी सारी रुकावटें थीं, हर जगह, टैक्स के अलग-अलग नियम थे। टैक्स और टोल के जंजाल की वजह से व्यापारी परेशान थे। देश को इस स्थिति से निकालना बहुत जरूरी था। इसलिए जब आपने हमें 2014 में अवसर दिया, तो हमने जनहित में, देशहित में, जीएसटी को अपनी प्राथमिकता बनाया। हमने हर स्टेकहोल्डर से चर्चा की, हमने हर राज्यों की हर शंका का निवारण किया, हर सवाल का समाधान खोजा, सभी राज्यों को, सबको साथ लेकर, आज़ाद भारत का इतना बड़ा टैक्स रिफॉर्म संभव हो पाया। ये और पूरे देश के लिए एक जैसी व्यवस्था बनी। वन नेशन- वन टैक्स का सपना साकार हुआ।
प्रधानमंत्री ने संशोधित जीएसटी के बारे में बताया कि, नए स्वरूप में मुख्य रूप से अब सिर्फ पांच परसेंट और अठारह परसेंट के ही टैक्स स्लैब रहेंगे। अनेकों सेवाएं, या तो टैक्स-फ्री होंगी या फिर केवल पांच परसेंट टैक्स देना होगा। जिन सामानों पर पहले 12 परसेंट टैक्स लगा करता था, उसमें से 99 परसेंट चीजें, अब 5 परसेंट टैक्स के दायरे में आ गई हैं। उन्होंने कहा पिछले 11 साल में देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को हराया है, गरीबी को परास्त किया है और गरीबी से बाहर निकलकर के, 25 करोड़ का एक बहुत बड़ा समूह नियो मिडिल क्लास के रुप में आज देश के अंदर बहुत बड़ी भूमिका अदा कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, इस साल सरकार ने 12 लाख रुपए तक की इनकम को टैक्स फ्री करके एक उपहार दिया। और स्वाभाविक है जब 12 लाख रुपए की इनकम टैक्स में राहत हो जाए तो मध्यम वर्ग के जीवन में तो कितना बड़ा बदलाव आता है। कितनी सरलता, सुविधा हो जाती है। और अब गरीबों की भी बारी है, नियो मिडिल क्लास की बारी है। अब गरीब को, नियो मिडिल क्लास को, संशोधित जीएसटी के रूप में एक तरह से डबल बोनान्जा मिल रहा है। जीएसटी कम होने से अब देश के नागरिकों के लिए अपने सपने पूरे करना और आसान होगा। घर बनाना, टीवी, फ्रिज, खरीदने की बात हो, स्कूटर-बाइक-कार खरीदना हो, ये सब पर अब कम खर्च करना होगा। आपके लिए घूमना-फिरना भी सस्ता हो जाएगा, क्योंकि ज्यादातर होटल्स के कमरों पर भी जीएसटी कम कर दिया गया है।
भारत को अमेरिकी टैरिफ, H-1B वीजा नीतियों में बदलाव और अन्य वैश्विक चुनौतियां के दौर में प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता का महत्व समझाते हुए कहा, विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हमें आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलना ही हो