दारोगा भर्ती मामले में विजिलेंस ने शासन को भेजी रिपोर्ट, कुछ दारोगाओं पर गाज गिरना तय, इस पूरे मामले में दारोगाओं और उनके स्वजनों की संपत्तियों की जांच भी की गई। इसमें पता चला कि कुछ दारोगा ऐसे थे जिन्होंने अपने परिवार की संपत्तियों को गिरवी रखकर माफिया को रुपये दिए थे।
इस बीच पहले कुछ और भर्तियों में धांधली की बात सामने आई। विवेचना में पता चला कि 2015 में हुई दारोगा सीधी भर्ती परीक्षा में भी बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी। यह परीक्षा पंत नगर विश्वविद्यालय ने आयोजित कराई थी। इस पर पुलिस मुख्यालय की संस्तुति के बाद इस मामले को विजिलेंस को सौंपा गया था।जांच के बाद विजिलेंस ने आठ अक्टूबर 2022 को नकल माफिया समेत कुल आठ आरोपितों के विरुद्ध हल्द्वानी सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया था। तब से इस मामले की जांच चल रही थी। शक के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने जनवरी 2023 में 20 दारोगाओं को निलंबित कर दिया था।
इस पूरे मामले में दारोगाओं और उनके स्वजनों की संपत्तियों की जांच भी की गई। इसमें पता चला कि कुछ दारोगा ऐसे थे जिन्होंने अपने परिवार की संपत्तियों को गिरवी रखकर माफिया को रुपये दिए थे।विजिलेंस को इनमें से कुछ दारोगाओं के खिलाफ ऐसे साक्ष्य मिल भी चुके हैं लेकिन, कुछ दारोगा ऐसे भी हैं जिनका इस मामले में संलिप्तता नहीं पाई गई। वह अपने स्तर से परीक्षा में पास हुए थे। अब विजिलेंस ने पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है।