Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the pennews domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/hy55hp3a22dd/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
विवेकानंद खंडूड़ी ने डीएवी (पीजी) कालेज के 10 प्रवक्ताओं को वेतन का भुगतान करने और एच.एन.बी. गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से संबद्ध नौ डिग्री कॉलेजों से नियुक्तियों पर लगाईं गई रोक को हटाने के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की वार्ता। - Separato Spot Witness Times
राज्य समाचार शिक्षा

विवेकानंद खंडूड़ी ने डीएवी (पीजी) कालेज के 10 प्रवक्ताओं को वेतन का भुगतान करने और एच.एन.बी. गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से संबद्ध नौ डिग्री कॉलेजों से नियुक्तियों पर लगाईं गई रोक को हटाने के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की वार्ता।

देहरादून , भारतीय जनता पार्टी नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री (दर्जाधारी) विवेकानंद खंडूड़ी ने होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस पर ननूरखेड़ा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान डीएवी (पीजी) कालेज के 10 प्रवक्ताओं को चार साल से रुके वेतन का भुगतान, और एच.एन.बी. गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से संबद्ध नौ डिग्री कॉलेजों में 2017 से नियुक्तियों पर लगाईं गई रोक को हटाने के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से विस्तृत वार्ता की है। मुख्यमंत्री श्री धामी ने इस मामले पर आगे वार्ता के लिए बुलाने का आश्वासन भी दिया है।

इस दौरान विवेकानंद खंडूड़ी ने मुख्यमंत्री श्री धामी को बताया कि, डी.ए.वी. (पी.जी) कालेज, देहरादून के दस शिक्षकों की, मार्च 2020 में डी.ए.वी. (पी.जी) कालेज, देहरादून में नियुक्ति हुई थी। इन सभी दस शिक्षकों की नियुक्ति पूर्णतः नियमसंगत नीति से हुई थी। जिसमें निदेशक, उच्च शिक्षा द्वारा दी गई अनुमति और नियुक्ति के उपरांत विश्वविद्यालय के कुलपति का अनुमोदन भी शामिल है।

उत्तराखंड उच्च न्यायालय, नैनीताल ने भी , डी.ए.वी. (पी.जी) कालेज, देहरादून के इन दस शिक्षकों के पक्ष में फैसला देते हुए निदेशक, उच्च शिक्षा उत्तराखंड को वेतन जारी करने के आदेश दिए हैं। ये शिक्षक लगभग 4 वर्ष से अधिक समय से नियमित रुप से कालेज में अध्यापन एवं सभी कार्यभार संभाल रहे हैं। हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी इनका वेतन निर्गत नहीं हुआ । जिसके कारण ये शिक्षक आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। श्री खंडूड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी से आग्रह किया है कि वे व्यक्तिगत रूप से इस समस्या का जनहित में समाधान करें।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री धामी को अवगत कराया गया कि, गढ़वाल मंडल के एच.एन.बी. गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से संबद्ध प्रतिष्ठित एतिहासिक डी.ए.वी. (पी.जी) कालेज, एम.के.पी (पी.जी) महिला कालेज सहित 9 अशासकीय डिग्री कॉलेजों में वर्ष 2017 से शिक्षकों एवं कर्मचारियों के रिटायर होने के उपरांत कोई भी नियुक्तियां नहीं की गई हैं। उच्च शिक्षा विभाग एवं शासन की असंवेदनशीलता के कारण शिक्षकों के अधिकांश पद रिक्त हैं, जिसकी वजह से इन कालेजों में शैक्षिक गुणवत्ता प्रभावित हुई हैं। छात्रों के पठन पाठन पर बड़ा दुष्प्रभाव पड़ रहा है। एच.एन.बी. श्रीनगर गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से ज्यादा छात्र, सेंट्रल यूनिवर्सिटी से संबद्ध इन नौ कालेजों में शिक्षा ग्रहण करते हैं। छात्रों की संख्या ज्यादा होने के कारण शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों पर अनावश्यक कार्यभार की मार पड़ रही है। छात्रों की संख्या के मुक़ाबले शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों की संख्या अत्यंत कम है।

खंडूड़ी ने इन नौ महाविद्यालयों में छात्रों एवं शिक्षक हित में सभी रिक्तियों पर शीघ्र नियुक्तियां करने का आग्रह किया।

Vivekanand Khanduri held talks with Chief Minister Pushkar Singh Dhami regarding payment of salary to 10 lecturers of DAV (PG) College and lifting of the ban on appointments from nine degree colleges affiliated to HNB Garhwal Central University

 

Related posts

बदरीनाथ धाम में बिना आइडी के होटल में कमरा लेने पहुंची महिला, मचा हड़कंप

मुख्यमंत्री श्री धामी द्वारा विकास पुस्तिका “सशक्त नेतृत्व, समृद्ध उत्तराखण्ड” का विमोचन

Dharmpal Singh Rawat

उद्योग विभाग प्रोत्साहन नीति का प्रस्ताव कर रहा है तैयार ।

Leave a Comment